राजस्थान के बाड़मेर में हिंदू धर्म ग्रंथों को जलाने का मामला सामने आया है। यह घटना 25 दिसंबर 2022 को आयोजित बौद्ध दीक्षा प्रोग्राम के दौरान की बताई जा रही है। हिंदू संगठनों के विरोध प्रदर्शन के बाद अजमल सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले राजस्थान के भरतपुर में एक सामूहिक विवाह सम्मेलन में नवविवाहित जोड़ों को हिंदू विरोधी शपथ दिलाने का मामला सामने आया था।
बाड़मेर में हिंदू धार्मिक ग्रन्थ को जलाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। बाड़मेर जिले के बाखासर में 10 लोगों ने बौद्ध दीक्षा ली। आरोप है कि इसी दौरान लोगों ने जय भीम के नारे लगाए और सनातनी धर्म ग्रन्थ की प्रतियों को जलाया व अपमानित किया। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू संगठनों व अन्य लोगों ने इस पर आपत्ति जताई है।
राजस्थान के बाड़मेर जिले में असामाजिक तत्वों द्वारा हिन्दू धर्म के पवित्र ग्रंथों को जलाने व पैरों तले रौंदे जाने का मामला सामने आया है. pic.twitter.com/y6qBRDqt6H
— Dhyanendra Singh (@dhyanendraj) December 27, 2022
बाड़मेर जिला मुख्यालय पर विभिन्न हिंदू संगठनों और कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े किए हैं। हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से 24 घंटों के भीतर हिंदू ग्रंथ की प्रतियाँ जलाने वाले सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की माँग की है। उन्होंने कार्रवाई न किए जाने पर बाड़मेर बंद करने और पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक बाड़मेर पुलिस ने कहा है कि घटना का संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस के अनुसार बौद्ध धर्म की दीक्षा के लिए कार्यक्रम का आयोजन समता सैनिक दल के अमृत धनदे, भंत कश्यप, आनंद ने किया था। पुलिस ने धारा 151 के तहत 3 लोगों को गिरफ़्तार किया है। पुलिस की तरफ से कहा गया है कि जाँच में जो लोग दोषी पाए जाएँगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि जलाई गई प्रतियाँ कौन से धर्म ग्रन्थ की हैं।
Rajasthan | 3 people were arrested after a video of burning some pages of Hindu religious scriptures went viral. The incident occurred after an initiation ceremony into Buddhism was held on December 25. A case has been registered, probe is underway: ASP Narpat Singh
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) December 27, 2022
(27.12) pic.twitter.com/8LOeUbapCA
गौरतलब है कि इससे पहले नवंबर में राजस्थान के भरतपुर का एक वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो में नवविवाहित जोड़ों को शपथ दिलाई जा रही थी। इसमें कहा गया था, “मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश और गणेश को नहीं मानूँगा और ना ही उनकी पूजा करूँगा।” भरतपुर के कुम्हेर कस्बे में 20 नवंबर 2022 को संत रविदास सेवा समिति की ओर से इस सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन किया गया था।