राजस्थान के दौसा के सैंथल में एक हेड कॉन्स्टेबल ने शुक्रवार (29 मई 2020) को आत्महत्या कर ली। राज्य में सात दिनों के भीतर सुसाइड करने वाले वे तीसरे पुलिसकर्मी हैं। इस मामले में भी दबाव की आशंका जताई जा रही है।
रिपोर्ट्स के अनुसार हेड कॉन्स्टेबल गिरिराज सिंह ने रात के लगभग 8:00 बजे अपने क्वार्टर में गमछे का फंदा बना कर फाँसी लगा ली। वे घर में अकेले ही रहते थे। सुसाइड की खबर तब लगी जब सैंथल थाने का स्टाफ उन्हें खाना देने पहुॅंचा।
घटना की जानकारी लगते ही गिरिराज को पुलिस स्टाफ ने पास के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहाँ डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आत्महत्या की सूचना मिलते ही पुलिस के आला अधिकारी सैंथल थाने और जिला अस्पताल पहुँच गए। हेड कांस्टेबल के कमरे को सील कर दिया गया।
मामले में अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं बरामद किया गया है। गिरिराज सिंह की मौत में भी दबाव की आशंका जताई जा रही है। मौके पर पहुँचे एडिशनल एसपी अनिल सिंह चौहान ने बताया कि आत्महत्या के पीछे की वजह का अभी तक पता नहीं लग पाया है। फिलहाल पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।
बता दें हेड कॉन्स्टेबल गिरिराज सिंह मूल रूप से अलवर जिले के श्यामपुरा गाँव के रहने वाले थे। गिरिराज को दौसा कोतवाली से अक्टूबर महीने में सैंथल थाना तैनात किया गया था। मौत की जानकारी मिलते ही उनके परिजन दौसा पहुँच गए हैं।
राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल ने ट्वीट इस मामले मैं भी सीआई विष्णुदत्त विश्नोई की तरह दबाव की आशंका जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मामले की सीबीआई जाँच की माँग की है।
दौसा के सैंथल थाने में तैनात हेड कांस्टेबल गिर्राज बैरवा सरकारी आवास में मृत मिले हैं। उनके भी सीआई विष्णुदत्त विश्नोई की तरह किसी दबाव में होने की आशंका है। मेरी मुख्यमंत्री @ashokgehlot51 जी से मांग है कि वे इसकी सीबीआई जांच करवाएं ताकि सच सामने आ सके और दोषियों को सजा मिल सके
— Kirodi Lal Meena (@DrKirodilalBJP) May 29, 2020
उल्लेखनीय है कि शनिवार (मई 23, 2020) को चूरू के राजगढ़ थाने में थानाप्रभारी विष्णुदत्त विश्नोई अपने सरकारी क्वार्टर फंदे से लटके मिले थे। विश्नोई दो सुसाइड नोट भी छोड़कर गए थे। इनमें से एक जिले की एसपी तेजस्विनी गौतम के नाम लिखा था और दूसरा सुसाइड नोट उन्होंने अपने माता-पिता के नाम से लिखा था।
सुसाइड नोट में विश्नोई ने खुद के दवाब में होने की बात लिखी थी। इसके बाद से इस मामले की सीबीआई जॉंच की मॉंग की जा रही है। इस मामले में कॉन्ग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया सवालों के घेरे में हैं। विश्नोई के बाद 26 मई को श्रीगंगानगर में गार्ड कमांडर जसविंदर सिंह ने खुद को गोली मार खुदकुशी कर ली थी।