राजस्थान के दौसा जिले में चार साल की मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म करने वाले दारोगा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसे पुलिस सेवा से भी बर्खास्त कर दिया गया है। आरोपित उप-निरीक्षक भूपेंद्र की बर्खास्तगी का आदेश राजस्थान के पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने दिया है। आरोपित के खिलाफ POCSO और ST-SC में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस के अनुसार, भूपेंद्र ने शुक्रवार (10 नवंबर 2023) को बच्ची को बहला-फुसलाकर अपने कमरे में ले गया और वहाँ उसके साथ दुष्कर्म किया। घटना की जानकारी सामने आने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया और उसे उसी दिन हिरासत में लिया गया। भाजपा ने इस घटना को सिर्फ राजस्थान के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए कलंक बताया था।
इस घटना को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर सवाल खड़े किए थे। वसुंधरा ने इस घटना को लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा था कि कॉन्ग्रेस ने राजस्थान को जो कुशासन दिया है, उसी का नतीजा है कि बेटियों से दरिंदगी की घटनाएँ थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, एसपी वन्दिता राणा ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए सब इंस्पेक्टर भूपेंद्र को राहुवास थाने में ड्यूटी के लिए भेजा था। वहाँ आरोपित एक दूसरे पुलिसकर्मी के किराए के कमरे में रह रहा था। कहा जा रहा है कि जब बच्ची वहाँ खेलने के लिए आई तो उसने बच्ची को बहला-फुसलाकर कमरे में ले गया और उसके साथ दरिंदगी की।
घटना की जानकारी बच्ची के परिजनों को हुई तो पूरे राहुवास क्षेत्र में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई। लोगों ने आरोपित सब-इंस्पेक्टर पर कार्रवाई के लिए थाने पहुँचकर घेराव किया। ग्रामीणों ने आरोपित को गिरफ्तार करने और राहुवास थाने के पूरी स्टाफ को हटाने की माँग करते हुए नारेबाजी करने लगे।