रामपुर के टांडा थाना इलाके में सिकंदराबाद गाँव के शिव मंदिर में लाउडस्पीकर पर भजन बजाने को लेकर बड़ा बवाल हो गया। गाँव के मुस्लिमों ने पुजारी प्रेम सिंह को मंदिर से खींचकर बाहर निकाला और जमकर पीटा। आरोपितों ने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। इनमें भूरी, तौफीक, इकबाल, छिद्दा, इजराइल, शायदा, शकील, मुनसा अली, गुलनाज और अनीस जैसे नाम शामिल हैं।
पुजारी का कहना है कि मुस्लिमों ने ग्राम प्रधान अफसर अली का हवाला देते हुए कहा कि गाँव में उनकी चलती है और लाउडस्पीकर दोबारा बजा तो हिंदुओं को गाँव से निकाल देंगे। उनकी जमीन पर कब्जा करने की भी धमकी दी गई। इस घटना के बाद से गाँव में तनाव है और पुलिस ने वहाँ फोर्स तैनात कर दी है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार (7 मार्च 2025) शाम को ये हंगामा हुआ। पुजारी प्रेम सिंह रोज की तरह मंदिर में आरती के लिए लाउडस्पीकर पर भजन बजा रहे थे। तभी भूरी, तौफीक, इकबाल और बाकी लोग मंदिर में घुस आए। उन्होंने पहले भजन बंद करने को कहा, लेकिन पुजारी ने मना किया तो गाली-गलौज शुरू कर दी। फिर इजराइल, शायदा और शकील ने उन्हें मंदिर से बाहर खींच लिया। बाहर छिद्दा, मुनसा अली और अनीस ने मिलकर उनकी पिटाई की। गुलनाज और दूसरी महिलाएँ भी भीड़ में थीं और चिल्लाकर धमकी दे रही थीं। गाँव वालों के आने पर ये लोग भागे, लेकिन जाते-जाते कह गए कि अगली बार भजन बजा तो जान ले लेंगे।
पुजारी का कहना है कि गाँव में मुस्लिम आबादी ज्यादा है और हिंदुओं की संख्या कम होने की वजह से वो लोग डरे हुए हैं। उनका आरोप है कि ग्राम प्रधान अफसर अली भी आरोपितों के साथ है, जिससे उनकी हिम्मत बढ़ी हुई है। रात में ग्रामीण पुजारी को लेकर थाने पहुँचे और तहरीर दी। पुलिस ने भूरी, तौफीक, इकबाल, छिद्दा, इजराइल, शायदा, शकील, मुनसा अली, गुलनाज, अनीस समेत 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
कोतवाली प्रभारी ओमकार सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और बाकी आरोपितों की तलाश चल रही है। गाँव में हालात काबू में रखने के लिए पुलिस तैनात है। हालाँकि, पुलिस का ये भी कहना है कि मामला इतना बड़ा नहीं था।
प्रभारी निरीक्षक ओमकार सिंह ने बताया कि एक महिला ने पुजारी से लाउडस्पीकर की आवाज कम करने को कहा था, क्योंकि रमजान में नमाज की आवाज सुनाई नहीं दे रही थी। इसी बात पर कहासुनी हुई, लेकिन मारपीट जैसी बड़ी बात नहीं हुई। फिर भी पुजारी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई। सभी आरोपितों को शांतिभंग में चालान कर कोर्ट में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें जमानत मिल गई।
सीओ कीर्तिनिधि आनंद ने कहा कि गाँव में शांति के लिए पीस कमेटी की बैठक भी हुई है। फिलहाल गाँव में तनाव बना हुआ है। मुस्लिम आबादी के दबदबे और ग्राम प्रधान के समर्थन की बात से हिंदू डरे हुए हैं।