मध्य प्रदेश के रतलाम के जावरा इलाके में शुक्रवार (14 जून 2024) को भगवान जगन्नाथ मंदिर परिसर में गाय का कटा हुआ एक सिर मिला। इसको लेकर स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। विरोध कर रहे हिंदुओं ने आरोपितों को तुरंत गिरफ्तार करने की चेतावनी दी। इसके बाद लोगों के गुस्सा को देखते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके घरों को ध्वस्त कर दिया।
रतलाम जिले के जावरा में जगन्नाथ महादेव मंदिर के पुजारी सुबह मंदिर पहुँचे। मंदिर में पहुँचते ही पुजारी ने गाय के बछड़े का खून से लथपथ सिर देखा। इसकी सूचना उन्होंने तुरंत पुलिस और स्थानीय लोगों को दी। जानकारी मिलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया। हिंदू संगठन के लोग और स्थानीय श्रद्धालु तुरंत मंदिर पहुँचे। इसके बाद विरोध में लोगों ने जावरा बाजार बंद करा दिया और सड़क जाम कर दी।
इतना ही नहीं, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जावरा पुलिस थाने पहुँचे और आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने एवं उनकी तत्काल गिरफ्तारी की माँग की। लोगों के गुस्सा को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की। हालाँकि, भीड़ वहाँ से जाने से मना कर दिया तो पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज और आँसू गैस के गोले दागने पड़े।
जब सड़क पर उतरी इतनी भीड़ तो पुलिस को चलाना पड़ा बुलडोजर, नहीं तो हो सकता था बवाल ! MP Tak#ratlam #ratlamnews #ratlamtemple pic.twitter.com/etzoisCFBW
— MP Tak (@MPTakOfficial) June 14, 2024
इस बीच पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जाँच करके दो आरोपितों की पहचान कर ली। इसके बाद पुलिस उनके घरों पर पहुँची और उन्हें हिरासत में लिया। आरोपितों की पहचान जाकिर और शाकिर के रूप में हुई है। हिंदू समूहों ने आरोपितों की पहचान होने के बाद उनके घरों तक जुलूस निकालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी।
एएसपी राकेश खाखा के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि 13 और 14 जून की रात 2.41 बजे दो बदमाश मोटरसाइकिल पर आए और मंदिर में गोमांस के अवशेष फेंक कर भाग गए। इसके बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करके बदमाशों को पकड़ लिया गया। एएसपी ने बताया कि उनसे पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें किसी ने उकसाया तो नहीं था।
एएसपी राकेश खाखा ने बताया कि आरोपितों के मकानों में अवैध निर्माण के आरोप भी पाए गए थे। इसलिए जिला प्रशासन के सहयोग से उन मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया गया है। मकान ढहाने की कार्रवाई के दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। शुक्रवार (14 जून की) शाम को जगन्नाथ महादेव मंदिर का शुद्धिकरण किया गया और पूरे मंदिर की सफाई की गई।
स्थिति को देखते हुए शहर में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। शहर में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। हर चौराहे पर पुलिस को तैनात किया गया है। शहर काजी हाफिज भुरू भाईजान ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।