Friday, November 15, 2024
Homeदेश-समाजजाकिर और शाकिर ने रात के अंधेरे में जगन्नाथ मंदिर में फेंका गाय का...

जाकिर और शाकिर ने रात के अंधेरे में जगन्नाथ मंदिर में फेंका गाय का कटा सिर: रतलाम में हंगामे के बाद पुलिस ने दबोचा, बुलडोजर से घर ढहाया

एएसपी राकेश खाखा के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि 13 और 14 जून की रात 2.41 बजे दो बदमाश मोटरसाइकिल पर आए और मंदिर में गोमांस के अवशेष फेंक कर भाग गए। इसके बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करके बदमाशों को पकड़ लिया गया। एएसपी ने बताया कि उनसे पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें किसी ने उकसाया तो नहीं था।

मध्य प्रदेश के रतलाम के जावरा इलाके में शुक्रवार (14 जून 2024) को भगवान जगन्नाथ मंदिर परिसर में गाय का कटा हुआ एक सिर मिला। इसको लेकर स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। विरोध कर रहे हिंदुओं ने आरोपितों को तुरंत गिरफ्तार करने की चेतावनी दी। इसके बाद लोगों के गुस्सा को देखते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके घरों को ध्वस्त कर दिया।

रतलाम जिले के जावरा में जगन्नाथ महादेव मंदिर के पुजारी सुबह मंदिर पहुँचे। मंदिर में पहुँचते ही पुजारी ने गाय के बछड़े का खून से लथपथ सिर देखा। इसकी सूचना उन्होंने तुरंत पुलिस और स्थानीय लोगों को दी। जानकारी मिलते ही लोगों में आक्रोश फैल गया। हिंदू संगठन के लोग और स्थानीय श्रद्धालु तुरंत मंदिर पहुँचे। इसके बाद विरोध में लोगों ने जावरा बाजार बंद करा दिया और सड़क जाम कर दी।

इतना ही नहीं, बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जावरा पुलिस थाने पहुँचे और आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने एवं उनकी तत्काल गिरफ्तारी की माँग की। लोगों के गुस्सा को देखते हुए पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें शांत कराने की कोशिश की। हालाँकि, भीड़ वहाँ से जाने से मना कर दिया तो पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लाठी चार्ज और आँसू गैस के गोले दागने पड़े।

इस बीच पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जाँच करके दो आरोपितों की पहचान कर ली। इसके बाद पुलिस उनके घरों पर पहुँची और उन्हें हिरासत में लिया। आरोपितों की पहचान जाकिर और शाकिर के रूप में हुई है। हिंदू समूहों ने आरोपितों की पहचान होने के बाद उनके घरों तक जुलूस निकालने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी।

एएसपी राकेश खाखा के अनुसार, सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि 13 और 14 जून की रात 2.41 बजे दो बदमाश मोटरसाइकिल पर आए और मंदिर में गोमांस के अवशेष फेंक कर भाग गए। इसके बाद संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करके बदमाशों को पकड़ लिया गया। एएसपी ने बताया कि उनसे पूछताछ की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्हें किसी ने उकसाया तो नहीं था।

एएसपी राकेश खाखा ने बताया कि आरोपितों के मकानों में अवैध निर्माण के आरोप भी पाए गए थे। इसलिए जिला प्रशासन के सहयोग से उन मकानों को बुलडोजर से ढहा दिया गया है। मकान ढहाने की कार्रवाई के दौरान पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। शुक्रवार (14 जून की) शाम को जगन्नाथ महादेव मंदिर का शुद्धिकरण किया गया और पूरे मंदिर की सफाई की गई।

स्थिति को देखते हुए शहर में किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। शहर में कर्फ्यू जैसे हालात हैं। हर चौराहे पर पुलिस को तैनात किया गया है। शहर काजी हाफिज भुरू भाईजान ने घटना की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

नाथूराम गोडसे का शव परिवार को क्यों नहीं दिया? दाह संस्कार और अस्थियों का विसर्जन पुलिस ने क्यों किया? – ‘नेहरू सरकार का आदेश’...

नाथूराम गोडसे और नारायण आप्टे के साथ ये ठीक उसी तरह से हुआ, जैसा आजादी से पहले सरदार भगत सिंह और उनके साथियों के साथ अंग्रेजों ने किया था।

पटाखे बुरे, गाड़ियाँ गलत, इंडस्ट्री भी जिम्मेदार लेकिन पराली पर नहीं बोलेंगे: दिल्ली के प्रदूषण पर एक्शन के लिए ‘लिबरल’ दिमाग के जाले साफ़...

दिल्ली में प्रदूषण को रोकना है तो सबसे पहले उन लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाना होगा जो इसके जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ बोलना होगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -