समाजवादी पार्टी के नेता और रामपुर के सांसद आज़म खान का विवादों से गहरा नाता है। इसी कड़ी में अब वो एक नई मुश्किल में फँस गए हैं। भूमाफ़िया घोषित किए जाने के बाद अब आज़म ख़ान के ख़िलाफ़ कोतवाली थाने में डकैती का मामला दर्ज किया गया है। आरोप के अनुसार, रामपुर पब्लिक स्कूल बनाने के नाम पर ज़मीन लेकर पीड़ितों को दूसरी जगह बसाया गया। एक पीड़ित के मुताबिक़, उसे दूसरी जगह बसाने के बाद फिर से हटा दिया गया।
इस मामले में सरायगेट घोसियान के रहने वाले नन्हें नामक व्यक्ति ने FIR दर्ज कराई। नन्हें नाम के व्यक्ति और कुछ अन्य लोगों द्वारा शिक़ायत की गई थी, इसमें उन्होंने कहा कि पहले तो उन्हें लालच देकर उनकी ज़मीनें छीनी और उनका घर तोड़ दिया। इस दौरान लूटपाट और मारपीट को भी अंजाम दिया गया।
रामपुर के एसपी अजयपाल शर्मा ने FIR की पुष्टि करते हुए बताया,
“कुछ लोगों के द्वारा ये शिक़ायत की गई थी कि पहले उनको लालच दिया गया, कहा गया कि उनको दूसरी जगह विस्थापित किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनके घरों को तोड़ा गया, मारपीट की गई और सामान आदि को लूट लिया गया। प्रथम दृष्टया जाँच में ये मामले सही पाए गए हैं।”
एसपी ने बताया कि इस मामले में दो FIR दर्ज की गई हैं, जिनमें छ: लोगों को नामज़द किया गया है, इनमें सांसद आज़म खान, पूर्व सीओ आले हसन, फ़साहत शानू, वीरेंद्र गोयल, एसओजी का एक पूर्व सिपाही धर्मेंद्र आदि शामिल हैं। इसके अलावा उन्होंने बताया कि यहाँ एक स्कूल बनाया जाना था और इसी कारण से मकानों को तोड़ा गया।
एसपी ने कहा, “फ़िलहाल साक्ष्य का संकलन किया जा रहा है और जो बातें जाँच में सामने आएँगी उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।”
ग़ौरतलब है कि सपा नेता आज़म ख़ान पर किसानों की ज़मीन कब्जाने का आरोप भी लग चुका है। उनके ख़िलाफ़ क़रीब 30 मुक़दमें पहले से ही दर्ज हैं। इसके अलावा हाल ही में, उनके हमसफर रिसॉर्ट की दीवार पर बुलडोजर चलाया गया था। बता दें कि यह रिसॉर्ट उनके बेटे अब्दुल्ला के नाम पर था। रिसॉर्ट की दीवार तोड़ने के संदर्भ में सिंचाई विभाग ने पहले ही उन्हें नोटिस दे दिया था। जानकारी के अनुसार, अखिलेश सरकार में रिसॉर्ट की ज़मीन के लिए आज़म ख़ान ने सिंचाई विभाग के नाले की एक हज़ार वर्ग गज ज़मीन पर अवैध क़ब्ज़ा कर रखा था।
सपा नेता आज़म ख़ान पर ज़मीन हड़पने के अलावा, आलिया मदरसे से किताबें चोरी करने और रामपुर क्लब से शेरों की मूर्तियाँ चोरी करने का आरोप भी लगा है। पुलिस की कार्रवाई में आज़म की अली जौहर यूनिवर्सिटी में छापेमारी के दौरान मुमताज सेंट्रल लाइब्रेरी से चोरी की लगभग दो हज़ार किताबें और पांडुलिपियाँ ज़ब्त की थी। साथ ही कुछ एंटीक फर्नीचर भी ज़ब्त किया गया था।