महाराष्ट्र के सतारा जिले में 20 नवंबर 2023 (सोमवार) को वाघेश्वर अडाके नाम के एक 29 वर्षीय गोरक्षक पर गोतस्करों ने हमला कर दिया। हमलावर एक ट्रक में 35-40 भैंसों को वध के लिए ले जा रहे थे। इस हमले में चाकू का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने इस मामले में 2 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ FIR दर्ज की है। ऑपइंडिया की पड़ताल में आरोपितों द्वारा इस्तेमाल ट्रक किसी तौफीक कुरैशी के नाम पर रजिस्टर्ड मिला।
शिकायत के अनुसार, घटना सोमवार (20 नवंबर 2023) सुबह करीब 10:30 बजे की है। तब सतारा जिले के फलटन इलाके में गोरक्षकों को अवैध कटान के लिए पशुओं को ले जा रहे एक वाहन की सूचना मिली। इसी सूचना पर बजरंग दल के सदस्यों ने ट्रक (एमएच 23 डब्ल्यू 2670) को रोका और पाया कि उसमें 35-40 भैंसों को अमानवीय तरीके से ठूंस कर भरा गया था।
अभी हिन्दू संगठन के सदस्य इस घटना के बारे में पूछताछ ही कर रहे थे कि पंढरपुर की ओर से एक सफेद स्विफ्ट कार (एमएच 10 सीए 2876) घटनास्थल पर पहुँची। इस कार में सवार लोगों ने हिन्दू संगठन के सदस्यों को गालियाँ देते हुए उनसे धक्का-मुक्की शुरू कर दी। कार सवार लोगों ने पशुओं के काटने का लाइसेंस होने का दावा करते हुए चाकू निकाल ली और हमला बोल दिया।
यह चाकू बाघेश्वर अंकुश आडके की बाँह पर जा लगा। हमले के बाद सभी हमलावर कार से फरार हो गए। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है। ऑपइंडिया से बातचीत में स्थानीय हिंदू संगठन के सदस्य अक्षय तवरे ने बताया कि पशुओं को ले जा रहा ट्रक तौफीक इम्तियाज कुरैशी के नाम पर रजिस्टर्ड था।
जाँच में यह भी निकलकर आया कि तौफीक को मिले लाइसेंस में पशुओं को ले जाने और ले आने के लिए अधिकतम सीमा 10 तय की गई। हालाँकि, ट्रक में इसके 4 गुना अधिक भैंसे भरी हुई थीं। अक्षय ने दावा किया कि आरोपित कुरैशी ने अपने लाइसेंस को 10 साल के लिए वैलिड बताने के लिए फर्जी कागजात दिखाए, जबकि 2016 में बना लाइसेंस भी महज 1 साल के लिए ही वैध था।
पीड़ित अक्षय ने हमें बताया कि गायों के साथ अन्य मवेशियों को बचाने के लिए उस क्षेत्र में गोरक्षकों को आए दिन हिंसा का शिकार होना पड़ता है। 3 माह के अंदर उस इलाके में यह गोरक्षकों पर यह दूसरा हमला है। ऑपइंडिया को मिली जानकारी के मुताबिक बाघेश्वर अंकुश को चाकू मारने वाले आरोपितों को पुलिस ने हिरासत में ले कर पूछताछ शुरू कर दी है।
जब हमने ट्रक और पशु कटान के लाइसेंस में हुए फर्जीवाड़े पर बात की तो पुलिस अधिकारी ने इसकी जाँच PSI सागर अरगडे द्वारा किए जाने की जानकारी दी। हमने PSI को भी सम्पर्क करने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। PSI का वर्जन आने पर उसे खबर में अपडेट किया जाएगा।
इस खबर को सिद्धि सोमानी ने मूलतः अंग्रेजी वेबसाइट पर लिखा है। विस्तार से पढ़ने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें।