उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 28 अगस्त 2023 को सत्यम नाम के नाबालिग छात्र की हत्या कर दी गई थी। मुख्य आरोपित युसूफ सहित कुछ नाबालिगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हिन्दू संगठनों के साथ मृतक के परिजन युसूफ पर NSA के साथ बुलडोजर की कार्रवाई माँग रहे हैं।
ऑपइंडिया से बात करते हुए खीरी के स्थानीय निवासियों ने युसूफ को दबंग और आए दिन लोगों से मारपीट करने वाला बताया है। जिस मुस्लिम बहुल क्षेत्र तुर्कपुरवा में सत्यम की हत्या हुई, यहाँ जमीनों पर अवैध कब्ज़े का भी आरोप है। साथ ही आसपास के लोगों को भैंस और भेड़ चोरी जैसे अपराधों का सामना करना पड़ता है।
तुर्कपुरवा में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़े
ऑपइंडिया से बात करते हुए खीरी के स्थानीय निवासी व हिन्दू संगठन के एक पदाधिकारी ने बताया कि जिस तुर्कपुरवा में सत्यम को मारा गया, वहाँ हिन्दुओं की आबादी न के बराबर है। उन्होंने आरोप लगाया कि तुर्कपुरवा में कई मुस्लिमों ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्ज़े कर रखे हैं।
तुर्कपुरवा में मदरसा और 3 मस्जिदें
हिन्दू संगठन के पदाधिकारी ने ऑपइंडिया को बताया कि वर्तमान में जो भी मुस्लिम आबादी खीरी में दिखाई देती है, वो 5-6 साल पहले नहीं थी। उन्होंने एकतरफा आबादी बढ़ने का आरोप लगाते हुए इसकी प्रशासनिक जाँच की माँग की। वहीं एक अन्य स्थानीय निवासी ने हमें बताया कि मुस्लिम बाहुल्य तुर्कपुरवा मुख्य सड़क पर लगभग 300 मीटर तक फैला हुआ है।
सड़क से हटकर भी यह एक गाँव के रूप में है जहाँ मजार, 3 मस्जिदें और मदरसा भी हैं। इस गाँव के एक किनारे कुछ अनुसूचित जाति के लोगों को छोड़ कर अंदर लगभग सभी मुस्लिम समुदाय के ही लोग हैं।
आस-पास के लोग पशु चोरी से परेशान
खीरी तुर्कपुरवा के आस-पास के निवासी चोरी जैसी घटनाओं से काफी परेशान हैं। इस चोरी में पशुओं की चोरी भी शामिल है। 18 जनवरी 2021 को तुर्कपुरवा के पड़ोसी गाँव कंचनपुर में राजेश कुमार ने पुलिस को शिकायत देते हुए बताया था कि उनकी लगभग 20 भेड़ों को रात में कोई चुरा ले गया था।
इन भेड़ों की कीमत लगभग 2 लाख रुपए आँकी गई थी। तब राजेश ने खुद को गरीब और कर्जदार बताया था और कहा कि इसके जरिए उनके परिवार का भरण-पोषण होता था। उन्होंने कहा था कि भेंड़े चोरी होने के बाद से वे बेरोजगार हो गए हैं।
इस घटना से भी पहले 16 अप्रैल 2018 को समाजसेवी राजेंद्र मिश्रा ने खीरी और कोरांव सहित आसपास के क्षेत्रों में भैंसों चोरों के गैंग के सक्रिय होने का आरोप लगाया था। राजेंद्र मिश्रा की शिकायत पर प्रयागराज पुलिस ने अधीनस्थों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
इस सम्बन्ध में थाना प्रभारी कोरांव,खीरी,मांडा से वार्ता कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया।
— POLICE COMMISSIONERATE PRAYAGRAJ (@prayagraj_pol) April 16, 2018
हिन्दुओं के वोटों में बँटवारे से जीता युसूफ
खीरी के लोगों ने हमें बताया कि गाँव में लगभग 6500 वोट हैं। इनमें से 1500 वोट मुस्लिमों के हैं जो ज्यादातर तुर्कपुरवा में रहते हैं। मुस्लिमों के ही लगभग बराबर वोट SC समुदाय के लोगों के हैं। बाकी में सभी अन्य लोग हैं।
हमें बताया गया कि लगभग आधे दर्जन प्रत्याशी गाँव की प्रधानी के चुनाव में खड़े हुए थे, जिनमें एकमात्र मुस्लिम कैंडिडेट युसूफ था। स्थानीय निवासियों के मुताबिक, युसूफ को लगभग सभी मुस्लिमों का एकमुश्त वोट मिलने के साथ हिन्दुओं का भी वोट मिला।
स्थानीय लोगों का कहना है कि चुनाव में किसी भी हिंदू प्रत्याशी को मुस्लिमों के वोट नहीं मिले। आखिरकार युसूफ ने अपने प्रतिद्वंद्वी अवनीश केसरवानी को लगभग 250 वोटों से हरा दिया था। युसूफ इससे पहले भी 2 बार ग्राम प्रधानी के लिए उम्मीदवार रह चुका था, लेकिन उसे हार मिली थी।
चुनाव जीत कर पहला काम मजार का विस्तार
खीरी के ग्रामीणों ने ऑपइंडिया को बताया कि मुख्य सड़क से लगभग सटकर ही एक मजार बनी हुई है। यह मजार पहले छोटे हिस्से में थी और आवाजाही यहाँ सामान्य थी। हमें बताया गया कि युसूफ ने चुनाव जीतकर सबसे पहले इस मजार का सौंदर्यीकरण करवाया।
युसून ने न सिर्फ मजार का रंग रोशन करवाया, बल्कि उसमें गेट ग्रिल आदि भी लगवा दी। युसूफ की प्रधानी में इस बार मुहर्रम में उसी मजार पर बड़ा मेला भी लगा था। यह मजार वैध जमीन पर बनी है या अवैध जमीन पर, इसके बारे में ग्रामीण जानकारी नहीं दे पाए।
युसूफ के खौफ से सत्यम को किसी ने नहीं बचाया
हमने स्थानीय लोगों से सवाल किया कि पिट रहे सत्यम को बचाने कोई सामने क्यों नहीं आया? इसके जवाब में स्थानीय निवासियों ने बताया कि यूसुफ का खीरी में इतना खौफ है कि गाँव में कोई भी उसके किसी भी काम में अड़ंगा डालने की हिम्मत नहीं करता। लोगों ने उसे दबंग बताते हुए कहा कि युसूफ पर पहले भी भी मारपीट के केस दर्ज है।
अब तक युसूफ पर कुल 5 केसों के सामने आने का दावा किया गया है। माना यह भी जा रहा है कि युसूफ पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हो सकती है। युसूफ के परिवार में ट्रकें आदि चलती हैं, लेकिन लोगों ने युसूफ का मुख्य काम सरकारी कार्यालयों में दलाली आदि का बताया। पत्रिका की रिपोर्ट में भी युसूफ के थाने में धाक और पुलिसकर्मियों पर पैसे लुटाने की बात कही है।
इतना ही नहीं, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उसके द्वारा दी गई कारों से थानेदार चलता है। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि पिछले बकरीद पर युसूफ ने थाने पर पुलिसकर्मियों को दावत दी थी। उस पर सरकारी फंड का दुरूपयोग करने और शिकायत करने वालों को फर्जी केस में फँसाने के भी आरोप हैं। इसमें जिले के कुछ अन्य अधिकारी उसके मददगार बताए गए हैं।
प्रशासनिक ढिलाई से लोग नाखुश
ऑपइंडिया से बातचीत के दौरान स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्हें युसूफ की अवैध सम्पत्तियों पर बुलडोजर चलने की प्रतीक्षा है। लोगों ने कहा कि जिलाधिकरी प्रयागराज ने कड़ी कार्रवाई के लिए जो 48 घंटे का समय दिया था, वो अब पूरा हो चुका है। एक बार फिर से प्रशासन द्वारा 48 घंटे का समय लेने की जानकारी सामने आई है।
हालाँकि, कुछ लोगों ने यह भी बताया कि प्रशासनिक अधिकारी युसूफ के अपराधों और उसके द्वारा अर्जित सम्पत्तियों आदि का लेखा-जोखा निकाल रहे हैं। इसके आधार पर ही उस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बताते चलें कि प्रयागराज के खीरी में 16 साल के सत्यम शर्मा की 28 अगस्त 2023 को पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। हत्या की वजह सत्यम द्वारा आरोपितों की अपनी चचेरी बहन से छेड़खानी का विरोध बताया जा रहा है। सत्यम की चचेरी बहन ने अपने भाई को बचाने के लिए मोहम्मद यूसुफ का पैर पकड़कर रहम की भीख माँगी थी।