Thursday, March 28, 2024
Homeदेश-समाजमार्क्स पर चर्चा के बहाने कौमार्य की बात... तो किसी ने शराब पिला किया...

मार्क्स पर चर्चा के बहाने कौमार्य की बात… तो किसी ने शराब पिला किया सेक्स: वामपंथी यौन शोषण की कहानियाँ

वो देबद्रीता को लेकर एक फ्लैट पर गया। वो वहाँ मार्क्स के बारे में बात करने और वामपंथ के बारे में ज्ञान देना चाहता था। लेकिन करने क्या लगा? देबद्रीता के शरीर को लेकर बातें पूछनी शुरू। कैसी बातें? 'हाइमेन अभी भी सुरक्षित है?' - इस तरह की बातें। उसने फ्लैट में सेक्स करने की साज़िश रच रखी थी।

वामपंथी गैंग में हलचल मची हुई है क्योंकि एक के बाद एक मामले सामने आ रहे हैं – यौन उत्पीड़न के मामले, गंभीर मामले। सीपीआई के छात्र संगठन एसएफआई ने लड़कियों का यौन शोषण किया, उन्हें प्रताड़ित किया या फिर उन्हें परेशान किया। ऐसे ही एक मामला प्रियंका दास का था, जिसे मायाबन गांगुली ने प्रताड़ित किया था। अब ऐसी कई घटनाओं के बारे में पता चला है, जिसे विभिन्न पीड़ित युवतियों के बयान के आधार पर हम आपके सामने रख रहे हैं।

सबसे पहले बात देबद्रीता साहा की, जिन्हें उनके एक क्लासमेट ने ही प्रताड़ित किया। वो एक कॉमरेड भी था। साहा ने एसएफआई के ही एक व्यक्ति का बिना नाम लिए बताया कि वो उन्हें लेकर एक व्यक्ति के फ्लैट पर गया, जहाँ उसने उनके साथ सेक्स करने की साज़िश रच रखी थी। इसके बाद उसने पूछा कि क्या देबद्रीता का हाइमेन अभी भी सुरक्षित है? देबद्रीता के शरीर को लेकर उसने तरह-तरह की बातें पूछनी शुरू कर दी। दरअसल वो उसे वहाँ मार्क्स के बारे में बात करने ले गया था और वामपंथ के बारे में ज्ञान देना चाहता था। जब साहा ने उसे बताया कि वो पहले से ही रिलेशनशिप में हैं तो उस वामपंथी ने कहा कि थोड़ी-मोड़ी चीटिंग तो चलती है।

वहीं मयाबन गांगुली को लेकर एक युवती ने बिना पहचान जाहिर किए हुए एक घटना के बारे में बताया, जब वो दूसरे सेमेस्टर में थी। वो किसी आंदोलन की वजह से रात में कॉलेज में ही रुकी थीं। मयाबन भी वहीं पर था। जब उसने देखा कि वहाँ और कोई नहीं है तो उसने आपत्तिजनक रूप से युवती के शरीर को इधर-उधर छूना शुरू कर दिया। बाद में वो वहाँ से किसी तरह भाग निकली। मयाबन ने अफवाह फैलाई थी कि उसने उस युवती के साथ सेक्स किया है। पूरे कॉलेज ये अफवाह फैला दी गई थी लेकिन पीड़िता शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पाई

श्रेयोसी ने अपने अकाउंट पर शेयर किए डिटेल्स

बनाश्री दास ने भी एक घटना शेयर की है, जब वो तीसरे सेमेस्टर में थीं। वो कॉमरेड सत्यव्रत पॉल के साथ एक प्राइवेट ट्यूशन करने जाती थीं। एक दिन वो उनके पीछे लग गया। स्टडी मटेरियल के बारे में बात करते-करते उसने बनाश्री को किस करने का प्रयास किया। फिर लिफ्ट में जाते समय उसने ड्रामा शुरू कर दिया और कहने लगा कि वो बनाश्री से प्यार करता है। बनाश्री ने बताया कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड के साथ ब्रेकअप की बात कह के उनके साथ ‘काफी क़रीबी संबंध’ बना लिया, जिसका उन्हें अब पछतावा है।

मयाबन गांगुली के बारे में एक अन्य युवती ने भी अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि जब वो नशे में थीं, तब मयाबन ने उसे किस किया। रोकने के बावजूद वो लगातार किस करता रहा। एक अन्य एक छात्रा ने अपना अनुभव शेयर करते हुए बताया कि मयाबन दारु पीकर उसके पास आ गया और उसकी गोद में सोने की माँग करने लगा। उसने इमोशनल ब्लैकमेल करते हुए उसके हाथ पकड़ लिए और रोने लगा। कौशिकी दत्ताचौधरी ने बताया कि मयाबन ने शराब पी कर अपने हाथ को उनके कंधे पर रख दिया था। बाद में उसने अपने होठों को कौशिकी के कंधे और गर्दन पर रगड़ना शुरू कर दिया।

श्रेयोसी ने कई अन्य पीड़ित छात्राओं के साथ हुई घटनाओं का विवरण भी बताया

एक अन्य छात्रा ने कॉमरेड सुमित मंडल पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। अर्चिता पॉल ने बताया कि सुमित ने उसे खूब शराब पिलाई और फिर उसके स्तनों को छूने लगा और किस करने लगा। अर्चिता के पेट में बहुत दर्द हो रहा था और जब वो सुबह उठी तो वो एक हॉस्पिटल में थीं। सुमित ने रात को उसके साथ जो कुछ भी किया था, उसने उसे रिकॉर्ड कर लिया था और साथ ही कहा कि सब कुछ सहमति से हुआ है। हॉस्पिटल के डॉक्टर ने अर्चिता का इलाज करते समय उन्हें कॉलेज बदल लेने की सलाह दी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

RSS से जुड़ी सेवा भारती ने कश्मीर में स्थापित किए 1250 स्कूल, देशभक्ति और कश्मीरियत का पढ़ा रहे पाठ: न कोई ड्रॉपआउट, न कोई...

इन स्कूलों में कश्मीरी और उर्दू भाषा में पढ़ाई कराई जा रही है। हम नहीं चाहते कि हमारे बच्चे आतंकवादियों के सहयोगी बनें या पत्थरबाजों के ग्रुप में शामिल हों।

‘डराना-धमकाना कॉन्ग्रेस की संस्कृति’: 600+ वकीलों की चिट्ठी को PM मोदी का समर्थन, CJI से कहा था – दिन में केस लड़ता है ‘गिरोह’,...

"5 दशक पहले ही उन्होंने 'प्रतिबद्ध न्यायपालिका' की बात की थी - वो बेशर्मी से दूसरों से तो प्रतिबद्धता चाहते हैं लेकिन खुद राष्ट्र के प्रति किसी भी प्रतिबद्धता से बचते हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
418,000SubscribersSubscribe