Saturday, September 21, 2024
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थरूर-मेहर तरार ने साथ बिताईं थीं दुबई में तीन रातें: सुनंदा पुष्कर मामले में सामने आई बात

"मुझे उनकी मौत के एक दिन पहले (सुनंदा का) फ़ोन आया, वे रो रहीं थीं कि थरूर और तरार के बीच रोमांटिक संदेशों का आदान-प्रदान हो रहा है। उनमें से एक संदेश यह भी था कि 2014 के चुनावों के बाद थरूर सुनंदा को तलाक दे देंगे। उनका परिवार भी इस निर्णय का समर्थन करेगा।"

कॉन्ग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत के मामले में लोक अभियोजक ने पुष्कर की मित्र और पत्रकार नलिनी सिंह का बयान पढ़ते हुए दावा किया कि थरूर ने दुबई में तीन रातें पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार के साथ बिताईं थीं। अतुल श्रीवास्तव ने यह बयान दिल्ली की अदालत में पढ़ा

बेटे, भाई ने कहा सुनंदा आत्महत्या नहीं कर सकतीं थीं

विशेष सीबीआई जज अजय कुमार कुहर की अदालत में पुष्कर के बेटे शिव मेनन ने दावा किया कि उनकी माँ बहुत ही (मानसिक रूप से) ताकतवर महिला थीं, और वे आत्महत्या नहीं कर सकतीं थीं। इसके अलावा उनके भाई आशीष ने भी कहा कि सुनंदा हालाँकि हालिया विवादों को लेकर तनावग्रस्त थीं, लेकिन वे अपनी शादी में बहुत खुश थीं। उन्होंने भी सुनंदा पुष्कर के आत्महत्या करने वालों में से होने पर अविश्वास जताया।

क्या 2014 चुनावों के बाद पुष्कर को तलाक देने वाले थे थरूर?

अदालत में पढ़े गए नलिनी सिंह के बयान में कहा गया, “मैं सुनंदा को 3-4 साल से जानती थी। पिछले एक साल में उन्होंने मुझे अपने निजी जीवन की बातें बतानी शुरू की थीं। उन्होंने मुझे बताया कि थरूर और तरार ने तीन रातें साथ बिताईं थीं।”

“मुझे उनकी मौत के एक दिन पहले (सुनंदा का) फ़ोन आया, वे रो रहीं थीं कि थरूर और तरार के बीच रोमांटिक संदेशों का आदान-प्रदान हो रहा है। उनमें से एक संदेश यह भी था कि 2014 के चुनावों के बाद थरूर सुनंदा को तलाक दे देंगे। उनका परिवार भी इस निर्णय का समर्थन करेगा।”

अगर क़त्ल नहीं तो 498A-आत्महत्या के लिए उकसावे का मामला बनाया जाए

दिल्ली पुलिस ने अदालत से गुज़ारिश की है कि थरूर पर अगर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मामला नहीं बन सकता तो कम-से-कम 498A (ससुराल में क्रूरता), 306 (आत्महत्या के लिए उकसावे) के तहत तो थरूर पर आरोप तय किए ही जाएँ। लोक अभियोजक ने दावा किया कि अपनी मौत के पहले सुनंदा पुष्कर आईपीएल मामले पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करना चाहतीं थीं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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