झारखंड के लोहरदगा में गुरुवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में निकाले गए जुलूस पर पथराव किया गया। उपद्रवियों ने दो दर्जन से अधिक गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। कई दुकानों में आगजनी और तोड़फोड़ भी की। शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। हालत तनावपूर्ण, लेकिन नियंत्रण में हैं।
दैनिक जागरण ने पुलिस के एक जवान के हवाले से बताया है कि जुलूस पर मस्जिद की तरफ से पथराव किया गया। पुलिस के कई वाहनों को भी उपद्रवियों ने क्षतिग्रस्त किया। दुकानों में तोड़फोड़ की। कई दुकानों में आग भी लगा दी। इससे पूरे शहर में अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया। उपद्रवियों ने एसपी प्रियदर्शी आलोक को भी निशाना बनाया। प्रभात खबर के अनुसार हालात बेकाबू होता देख पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी।
विहिप ने ट्वीट कर कहा है कि CAA के समर्थन में निकली रैली पर इस्लामिक जिहादियों ने ईंट-पत्थर से हमला किया। पेट्रोल बम फेंके। हिंदुओ के घरों और वाहनों के साथ महिलाओं को निशाना बनाया गया। विहिप ने पुलिस पर मूकदर्शक बनने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में कॉन्ग्रेस के समर्थन से सरकार बनने के बाद से हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं।
झारखंड के लोहरदगा में #CAA2019 के समर्थन में निकली रैली पर आज इस्लामिक जिहादियों द्वारा ईंट पत्थर व राइफलों से हमले, पैट्रोल बम्ब भी फैंके। अनेक हिंदुओ के घरों व वाहनों के साथ महिलाओं को बनाया निशाना, पुलिस मूक दर्शक।
— Vishva Hindu Parishad -VHP (@VHPDigital) January 23, 2020
कांग्रेस समर्थित सोरेन सरकार बनते ही हिंदुओं पर हमले?
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सीएए के समर्थन में जुलूस निकाल रहे लोगों पर अमलाटोली चौक के पास पथराव किया गया। आसपास खड़ी कई मोटरसाइकिलों को आग के हवाले कर उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की। स्थिति जल्द ही बेकाबू हो गई और इलाके की दुकानों में तोड़फोड़ की गई। इसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हवा में कई राउंड गोलियाँ चलाईं। स्थिति तनावपूर्ण होने की खबर पाकर जिले की उपायुक्त आकांक्षा रंजन और पुलिस कप्तान प्रियदर्शी आलोक पूरे दलबल के साथ मौके पर पहुॅंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया।
इससे पहले 14 जनवरी को राज्य के गिरिडीह में निकाली गई तिरंगा यात्रा पर पथराव किया गया था। उस दौरान भी पत्थर और लाठी-डंडे चले थे जिसमें कई लोग जख्मी हो गए थे।