तेलंगाना पुलिस ने उस्मानिया विश्वविद्यालय के एक सहायक प्रोफेसर डॉ के जगन को कथित माओवादियों के लिंक के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। तेलंगाना पुलिस ने प्रतिबंधित माओवादी दलों के कथित संबंधों वाले व्यक्तियों पर अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालय में कार्यरत एक सहायक प्रोफेसर डॉ के जगन के आवास पर तलाशी ली।
डॉ जगन के हैदराबाद के तरनाका स्थित निवास पर ली गई तलाशी के दौरान भड़काऊ सामग्री, माओवादी पार्टी के लेटरहेड और प्रतिबंधित साहित्य बरमाद हुई। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
Hyderabad: Jagan, an assistant professor at Osmania University was arrested yesterday for alleged links with Maoists. A case under Unlawful Activities Prevention Act has been registered by the police. #Telangana
— ANI (@ANI) October 10, 2019
पुलिस अधिकारी जोगुलाम्बा गडवाल ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा, “हमने जगन को गिरफ्तार किया है, जो उस्मानिया विश्वविद्यालय में एक सहायक प्रोफेसर है। जगन को हमने गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम (UAPA) के तहत गिरफ्तार किया है। अब तक मामले में चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें एक छात्र संगठन अध्यक्ष भी शामिल है।”
पुलिस के मुताबिक, प्रोफेसर के पास से नक्सलियों को लिखे गए पत्र भी बरामद किए गए। जोगुलाम्बा गडवाल ने कहा, “हमने उनके लैपटॉप में माओवादी पार्टी से संबंधित अन्य दस्तावेज भी जब्त किए हैं। आरोपित लगातार माओवादी पार्टी के सदस्यों के संपर्क में थे और उनमें से एक उनके लिए भर्ती भी था।” वहीं दूसरी ओर, विप्लव रचायतुला संगम (क्रांतिकारी लेखक संघ) के सदस्यों ने गिरफ्तारी की निंदा करते हुए जगन की तत्काल रिहाई की माँग की है।