हाल ही में आयकर (IT) विभाग ने अभिनेत्री तापसी पन्नू और फिल्म निर्देशक अनुराग कश्यप सहित कई के ठिकानों पर रेड की थी। बताया जाता है कि इस दौरान 650 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का मामला सामने आया। अब तापसी पन्नू ने इस मामले में चुप्पी तोड़ी है। सबसे बड़ी बात ये है कि उन्होंने एक तरह से स्वीकार किया है कि IT विभाग ने उनके मामले में 5 करोड़ रुपए की गड़बड़ी पाई है। तापसी ने एक के बाद एक 3 ट्वीट्स किए।
उन्होंने लिखा कि 3 दिनों तक चले सघन तलाशी अभियान में मुख्य रूप से 3 चीजों ही खोज की गई। उन्होंने लिखा कि पेरिस के उस बँगले की चाभी खोजी गई, जो कथित रूप से उनकी है। साथ ही उन्होंने लिखा कि गर्मी की छुट्टियाँ लगभग आने ही वाली हैं, इसीलिए ऐसा किया गया। तापसी ने आगे लिखा कि कथित रूप से 5 करोड़ रुपए की रसीद की खोज की गई जो मैंने लेने से इनकार कर दिया था। उन्होंने लिखा कि भविष्य में उन्हें परेशान करने के लिए ऐसा किया गया।
तापसी ने आगे लिखा, “माननीय वित्त मंत्री ने याद दिलाया कि मेरे यहाँ 2013 में भी छापे पड़े थे। अब मैं उतनी सस्ती नहीं रही।” सच्चाई ये है कि फ़िल्मी हस्तियों पर पड़े छापे को लेकर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसी का नाम लिए बिना ही कहा था कि 2013 में भी इनमें से कुछ के यहाँ छापेमारी हुई थी। एक तरह से तापसी पन्नू ने इन ट्वीट्स के जरिए बयान देकर IT विभाग की कार्रवाई का मजाक भी बनाया और खुद को जनता के सामने निर्दोष साबित करने की कोशिश की।
साथ ही तापसी पन्नू ने इसके साथ गुस्से वाली इमोजी भी ट्ववीट की। हाल ही में तापसी पन्नू के बॉयफ्रेंड भारतीय बैडमिंटन युगल टीम के कोच मैथियस बो (Mathias Boe) ने अनुराग कश्यप और तापसी मामले में हस्तक्षेप करते हुए ट्विटर पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू से इनकम टैक्स छापों के बारे में ‘कुछ’ करने का आग्रह किया। इस पर किरण रिजुजू ने उन्हें फटकार लगाई थी।
गौरतलब है कि चार मार्च को सीबीडीटी ने बताया था कि 4 शहरों- मुंबई, पुणे, दिल्ली और हैदराबाद के 28 ठिकानों पर आयकर विभाग ने कार्रवाई की। इसके मुताबिक आयकर विभाग के सर्च और सर्वे ऑपरेशंस की शुरुआत मुंबई में 2 फिल्म निर्माण कंपनियों, एक अभिनेत्री और दो टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों से 3 मार्च को हुई थी।
यह भी बताया गया था कि 5 करोड़ रुपए कैश पेमेंट लेने की रसीदें तापसी पन्नू के घर से बरामद हुई थी। कथित तौर पर टैक्स बचाने के लिए यह पेमेंट कैश के तौर पर ली गई थी। यही नहीं फिल्म प्रोडक्शन हाउस फैंटम फिल्म्स ने बॉक्स ऑफिस पर जितने कलेक्शन की बात कही थी, उससे ज्यादा रकम की जानकारी इस दौरान मिली। कंपनी के अधिकारी 300 करोड़ रुपए का हिसाब नहीं दे पाए। छापे के दौरान फर्जी खर्च के भी सबूत मिले।