जब पूरे देश में कोरोना का प्रकोप शुरू हुआ था, तभी से लिबरल गिरोह के लोगों ने ‘केरल मॉडल’ की रट लगानी शुरू कर दी थी। देश के छोटे से जनसंख्या वाले राज्य में आज कोरोना के कारण हालात इतने भयावह हैं कि पूरे देश में इस वैश्विक महामारी की तीसरी लहर यहीं से फैलने की आशंका है। राज्य में CPI(M) सत्ता में लौट कर ज़रूर आई और पिनराई विजयन दोबारा मुख्यमंत्री बने, लेकिन कोरोना का प्रकोप ज्यों का त्यों रहा।
आइए, आँकड़ों की बात कर लेते हैं। देश में फ़िलहाल कोरोना के 3,80,453 सक्रिय मामले हैं। इनमें से 2,31,829 अकेले केरल में हैं। अर्थात, देश के कुल सक्रिय कोरोना मामलों का 60.93% इसी छोटे से दक्षिण भारतीय राज्य में है। कुल सक्रिय मामलों की सूची में फ़िलहाल केरल देश के सभी राज्यों में नंबर-1 पर है। लेकिन, लिबरल गिरोह के पत्रकारों के मुँह से चूँ तक न निकल रहा क्योंकि ये सब उत्तर प्रदेश में नहीं हो रहा।
इसी तरह पिछले 24 घंटों में पूरे देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 31,288 मामले सामने आए हैं। आपको जान कर हैरानी होगी कि इनमें से 20,487 मामले अकेले केरल से ही सामने आए। यानी, पूरे देश में पिछले 1 दिन में कोरोना के जितने नए मामले आए हैं, उनमें केरल का योगदान 65.47% है। कुल मिला कर देखा जाए तो लगभग दो तिहाई कोरोना मामले केरल से ही आ रहे हैं पिछले कुछ दिनों से।
New cases in India- 33,376
— Ankur (@iAnkurSingh) September 11, 2021
Kerala Model- 25,010
75%
New Deaths in India- 308
Kerala Model- 177
57.5%
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केरल में अब तक कोरोना से कुल 22,484 लोगों की जा गई है और इस मामले में ये छठे स्थान पर है। मृतकों की संख्या के मामले में महाराष्ट्र पूरे देश में अव्वल है, जिसके बाद कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और उत्तर प्रदेश का स्थान आता है। केरल में भारत की 2.76% जनसंख्या रहती है और ये देश के सबसे छोटे राज्यों में से एक है, लेकिन यहाँ सभी बड़े राज्यों से ज्यादा कोरोना के मामले आ रहे हैं।