Sunday, September 1, 2024
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फरजाना बनी पल्लवी, नरगिस हुई मानसी: बरेली- मुरादाबाद में मुस्लिम युवतियों ने की घर वापसी, हिंदू युवकों से विवाह के बाद बोलीं- अब तीन तलाक-हलाला से हैं आजाद

बरेली में जहाँ रामपुर की फरहाना पल्ल्वी बन चुकी हैं तो वहीं मुरादाबाद की नरगिस अभी मानसी नाम से जानी जाएँगी। दोनों लड़कियों ने हिन्दू धर्म में अपनी पहले से आस्था बताते हुए खुद को अब तीन तलाक और हलाला के डर से आज़ाद बताया है।

उत्तर प्रदेश के बरेली और मुरादाबाद जिलों में 2 मुस्लिम लड़कियों ने घर वापसी की है। इन दोनों ने इस्लाम छोड़ कर हिन्दू धर्म अपनाया और हिन्दू युवकों से विवाह किया है। बरेली में जहाँ रामपुर की फरहाना पल्ल्वी बन चुकी हैं तो वहीं मुरादाबाद की नरगिस अभी मानसी नाम से जानी जाएँगी। दोनों लड़कियों ने हिन्दू धर्म में अपनी पहले से आस्था बताते हुए खुद को अब तीन तलाक और हलाला के डर से आज़ाद बताया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पहला मामला बरेली के शाही इलाके का है। मंगलवार (14 मई 2024) को को यहाँ के अगत्स्य मुनि आश्रम में रामपुर की फरहाना अपने प्रेमी धर्मवीर के साथ पहुँची। फरहाना ने बताया कि वो अपने परिवार के साथ चंडीगढ़ में रहती थीं। यहीं पर बरेली के धर्मवीर भी अपने परिजनों के साथ रह कर काम करते थे। 5 वर्ष पहले दोनों में जान-पहचान हुई थी जो बाद में प्यार में बदल गई। आखिरकार दोनों ने शादी का फैसला किया। फरहाना के परिजन इस रिश्ते के खिलाफ थे।

आखिरकार फरहाना सभी जरूरी कागजात लेकर अपने प्रेमी धर्मवीर के साथ अगत्स्य मुनि आश्रम में पंडित के के शंखधर के पास पहुँची। खुद को बालिग़ बताते हुए यहाँ उन्होंने घर वापसी और धर्मवीर से विवाह की इच्छा जताई। अगत्स्य मुनि आश्रम में फरहाना का शुद्धिकरण हुआ। यहाँ से उन्होंने सनातन धर्म स्वीकार किया और पल्ल्वी नाम रख लिया। वैदिक विधि-विधान से पल्लवी बनी फरहाना का धर्मवीर से विवाह हुआ। हिन्दू धर्म में अपनी पहले से आस्था बताते हुए फरहाना ने खुद को बेहद खुश और तीन तलाक व हलाला के डर से मुक्त बताया।

मुरादाबाद में नरगिस बनीं मानसी

घर वापसी का दूसरा मामला उत्तर प्रदेश के ही मुरादाबाद जिले से आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार यहाँ सोमवार (13 मई 2024) को आर्य समाज मंदिर में नरगिस अपने प्रेमी सुनील के साथ पहुँची। खुद को बालिग़ बताते हुए नरगिस ने सुनील से विवाह करने की इच्छा जताई। दोनों एक ही गाँव के निवासी हैं और साथ-साथ खेतों पर काम करने जाया करते थे। दोनों का एक-दूसरे के घर भी आना-जाना था। कुछ दिनों में ही सुनील और नरगिस में प्यार हो गया। दोनों ने शादी की इच्छा जताई तो नरगिस के घर वालों ने इसका विरोध किया।

आखिरकार नरगिस ने सुनील से आर्य समाज मंदिर में शादी करने का फैसला किया। सोमवार को दोनों ने वैदिक विधि-विधान से शादी कर ली। इस अवसर पर खुद को बेहद खुश बताते हुए नरगिस ने अब तीन तलाक व हलाला से मुक्ति पाने की बात कही। अपने प्रेमी सुनील को 7 जन्मों के साथी के तौर पर पाकर नरगिस ने बताया कि बचपन से ही उनका झुकाव हिन्दू धर्म की तरफ था। नरगिस के घर वालों ने सुनील के खिलाफ थाने में FIR दर्ज करवा रखी है। इस FIR में सुनील पर नरगिस को बहला-फुसला कर भगा ले जाने का आरोप लगाया गया है। जल्द ही पुलिस के आगे नरगिस का बयान दर्ज हो सकता है। इधर सुनील के परिजन नरगिस का बहू के तौर पर अपने घर में आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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