राजस्थान के उदयपुर (Udaipur, Rajasthan) में कन्हैया लाल साहू (Kanhaiya Lal Sahu) की हत्या की तरह ही महाराष्ट्र के अमरावती (Amravati, Maharashtra) में हुई उमेश कोल्हे (Umesh Kolhe) की हत्या की जाँच भी राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) करेगी। कोल्हे की हत्या भी नूपुर शर्मा का समर्थन करने की वजह से बताई जा रही है।
NIA ने 54 वर्षीय उमेश कोल्हे की हत्या में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि उनकी हत्या ISIS की स्टाइल में की गई है। प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि यह हत्या एक आतंकी घटना है और एक खास वर्ग (हिंदू समुदाय) को टारगेट करने के उद्देश्य से किया गया है।
मृतक उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे ने बताया, “पुलिस नोट के माध्यम से हमें पता चला कि मेरे भाई की नूपुर शर्मा पर पोस्ट करने पर हत्या कर दी गई। वह आरोपित पशु चिकित्सक यूसुफ खान का अच्छा दोस्त था। यूसुफ को हम 2006 से जानते थे।”
Through the Police note, we found out that my brother was murdered over his post on Nupur Sharma…He was good friends with Yusuf Khan (arrested accused), a practicing veterinarian. We knew him since 2006: Mahesh Kolhe, brother of Umesh Kolhe murdered in Amravati, Maharashtra pic.twitter.com/HfhunszBRO
— ANI (@ANI) July 3, 2022
महेश कोल्हे ने कहा कि अगर अमरावती पुलिस ने इस घटना की सत्यता को पहले ही जाहिर कर दिया होता तो हत्या की असलियत सबके सामने आ जाती और साजिश का पता लग जाता। उन्होंने कहा कि इस तरह उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या सहित देश में इस तरह की घटनाओं को अंजाम देने से रोका जा सकता था।
अमरावती पुलिस ने बताया था लूट का मामला
बता दें कि महाराष्ट्र की अमरावती पुलिस ने कोल्हे की हत्या को पहले लूट की इरादे से किया गया वारदात बताया था, जबकि उनके बैग में 35 हजार रुपए पड़े मिले थे। वहीं, अब उसने मान लिया है कि नूपुर शर्मा की पोस्ट की वजह से ही उनकी हत्या की गई थी।
कोल्हे की हत्या 21 जून 2022 की रात को मेडिकल शॉप बंद करने के दौरान कुछ मुस्लिमों द्वारा चाकू से गला काट करके कर दी गई थी, जबकि 28 जून 2022 को कन्हैया लाल की हत्या उनकी टेलर की दुकान में ग्राहक बनकर आए दो मुस्लिमों ने गला रेत कर दी थी।
अमरावती पुलिस का अब यह भी कहना है कि उमेश कोल्हे की हत्या और उसकी साजिश के मामले में अब तक 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि इनमें स्थानीय ग्रुप से जुड़ा एक व्यक्ति भी शामिल है। कोल्हे की हत्या का मास्टरमाइंड नागपुर से गिरफ्तार 35 साल के इरफान है और उसी ने हत्या की पूरी योजना बनाई थी। पुलिस का कहना है कि इस हत्या कांड और उसकी साजिश रचने में और लोग भी शामिल हो सकते हैं।
एक अधिकारी के अनुसार, “उमेश कोल्हे अमरावती शहर में मेडिकल स्टोर चलाते थे। उन्होंने कथित तौर पर नूपुर शर्मा के समर्थन में कुछ वाट्सएप ग्रुप में एक पोस्ट साझा किया था। उन्होंने यह पोस्ट एक ऐसे ग्रुप में भी साझा किया था, जिसमें कुछ मुस्लिम भी सदस्य थे। इसमें उनके ग्राहक भी थे।”
7 गिरफ्तार में एक दोस्त, एक मौलवी और बाकी दिहाड़ी मजदूर
कोल्हे की हत्या के आरोपितों में 25 वर्षीय शेख इरफान के अलावा 22 साल का मुदस्सिर अहमद, 22 साल का शोएब खान, 22 साल का अतीब राशिद, 24 साल का अब्दुल तौफीक, 25 साल का शाहरुख पठान और 44 साल का युसूफ खान बहादुर शामिल हैं। ये सभी अमरावती के रहने वाले हैं। पुलिस ने इनके पास से चाकू भी बरामद कर लिया है।
हत्या का निर्देश शेख इरफान ने दिया था, जबकि उमेश का दोस्त यूसुफ ने कोल्हे की पोस्ट को वायरल कर हत्या के लिए आरोपितों को उकसाया था। ड्राइवर हेल्पलाइन नाम से संचालित कथित सामाजिक संस्था का अध्यक्ष यूसुफ वेटनरी डॉक्टर है और वह वायरल पोस्ट पर नजर रखता था। वहीं, मुदस्सिर मौलाना का काम करता है और उसी ने कोल्हे की रेकी की थी। अन्य आरोपित मजदूर हैं।
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने सहायता के लिए जुटाया फंड
उधर भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने आतंकियों निशाने पर आकर जान गँवाने और घायल होने वाले हिंदू परिवारों के लिए चंदा इकट्ठा किया है। मिश्रा ने बताया कि 14,000 लोगों ने कुल 1.70 करोड़ चंदा दिया है। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट भी किया।
कपिल मिश्रा ने ट्वीट में कहा, “14,000 से ज्यादा लोगों ने पाई पाई जोड़ी और हो गए 1 करोड़ 70 लाख से ज्यादा रुपए। कन्हैया जी, ईश्वर जी, उमेश कोल्हे जी और संदीप जी के परिवारों के बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। 10 दिन में ये पूरा पैसा इन सभी बैंक खातों में आ जायेगा। #HinduEcosystem“
14000 से ज्यादा लोगों ने पाई पाई जोड़ी और हो गए 1 करोड़ 70 लाख से ज्यादा रुपये
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) July 3, 2022
कन्हैया जी, ईश्वर जी, उमेश कोल्हे जी और संदीप जी के परिवारों के बैंक अकाउंट में फंड ट्रांसफर की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है
10 दिन में ये पूरा पैसा इन सभी बैंक खातों में आ जायेगा #HinduEcosystem pic.twitter.com/QzhUUhUIVA
आतंकियों से निहत्थे भिड़ने वाले ईश्वर सिंह गौड़ को मदद
कन्हैया लाल की हत्या राजस्थान के उदयपुर में इस्लामी आतंकियों ने कर दी थी। कन्हैया लाल को बचाने के लिए ईश्वर सिंह गौड़ दोनों आतंकियों से निहत्थे लड़ गए, जबकि उनका दूसरा साथी राजकुमार जान बचाकर भाग गया। उन्हें बचाने के चक्कर में आतंकियों ने उन पर चाकू से कई हमले किए, जिसके कारण उन्हें लगभग 20 टाँके लगे हैं।
ईश्वर सिंह गौड़ से राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महाराणा भूपाल अस्पताल में जाकर मुलाकात की है और मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख रुपए देने का ऐलान किया। वहीं, वल्लभनगर की विधायक प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत ने भी ईश्वर सिंह गौड़ से अस्पातल में मिलकर उन्हें 5 लाख रुपए का चेक दिया।
याद हो कि जम्मू कश्मीर में हिन्दुओं के नरसंहार के दौरान भी इस तरह की घटनाएँ देखने को मिली थीं, जब पड़ोसियों और जानने वालों ने हत्यारों का साथ दिया। बाल कृष्ण गंजू के बारे में मुस्लिम पड़ोसियों ने आतंकियों को इशारे से बता दिया था कि वह चावल के ड्रम में चौथी मंजिल पर छिपे हैं, जिसके बाद उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया गया। इसी तरह उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या से पहले भी मुस्लिम पड़ोसियों पर रेकी करने के आरोप लगे थे।