प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में यूपी पुलिस ने मुख्य आरोपित और कुख्यात गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। जेल में बंद अतीक के बैरक को बदलकर उसे खूंखार कैदियों के साथ सेल में डाल दिया गया है। वहीं, उसकी भगोड़ी बीवी शाइस्ता परवीन पर इनाम की राशि को बढ़ाकर 50 हजार रुपए कर दिया गया है।
इधर उत्तर पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए अतीक की बहन आयशा नूरी को आरोपी बनाया है। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि आयशा ने शूटरों को भगाने में अहम भूमिका निभाई है। वह गोलीबारी की साजिश में भी शामिल रही थी। पुलिस उसे कभी भी गिरफ्तार कर सकती है।
पिछले दिनों अतीक के बहनोई डॉक्टर अखलाक अहमद को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। अब इस मामले में उसकी बहन की भी संलिप्तता पाई गई है। जाँच में पता चला कि आयशा नूरी और अख़लाक़ ने 5 मार्च 2023 को हत्याकांड के मुख्य शूटर गुड्डू मुस्लिम से मेरठ स्थित अपने घर पर मुलाकात की थी।
इस दौरान दोनों ने शूटर गुड्डू मुस्लिम का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया था। अखलाक अहमद ने तो गुड्डू मुस्लिम को गले लगा दिया था। इसके बाद शूटर वहाँ छिपा रहा। इसके बाद आयशा नूरी ने गुड्डू को शहर से भागने में मदद की और इसके लिए पैसे भी दिए।
अगले दिन 6 मार्च को आयशा नूरी अपनी बेटी उजनैला नूरी के साथ प्रयागराज पहुँची। वहाँ उसने शूटर गुड्डू मुस्लिम की बीवी जैनब फातिमा और बेटी के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में आयशा ने दावा किया था कि उसके भाई अतीक अहमद और अशरफ निर्दोष हैं और दोनों की जान को खतरा है।
आयशा ने अपने अपराधी परिवार को पीड़ित दिखाने के लिए यहाँ तक आरोप लगाया था कि यूपी पुलिस के कुछ सीनियर पुलिस अधिकारी उसके भाइयों को मुठभेड़ में मार गिराने की साजिश रच रहे हैं। बताते चलें कि आयशा नूरी की कार कौशांबी के संदीपन घाट थाना क्षेत्र में लावारिस अवस्था में मिली थी। इसके बाद संदीपन घाट के SHO और SI को निलंबित कर दिया गया था।
अतीक को सेल में किया गया शिफ्ट
बताते चलें कि बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल को साल 2006 में अतीक और उसके गुर्गों ने अपहरण कर लिया था। इस मामले में अदालत ने अतीक अहमद और उसके गुर्गे दिनेश पासी एवं शौलत हनीफ खान को कोर्ट उम्रकैद की सजा सुनाई है।
इसके बाद गुजरात के साबरमती जेल में बंद अतीक को नई जेल से पुरानी जेल में शिफ्ट कर गया है। साबरमती जेल में सजायाफ्ता कैदियों को पुरानी जेल में रखने का प्रावधान है, जबकि विचाराधीन कैदी नई जेल में रहते हैं। पुरानी जेल बेहद सेक्योर एरिया है और यह यह हाई सिक्योरिटी एरिया के अंतर्गत आता है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक को Solitary Confined Cell में रखा गया है, ताकि वह किसी और के संपर्क में नहीं आ सके। इस सेल का साइज काफी छोटा होता है। कैदी को ज्यादातर समय इसी सेल में रहना होता है। बड़े और खूंखार अपराधियों को जेल की ऐसी ही सेल में रखा जाता है। यहाँ सारे खूंखार कैदी बंद हैं।
बीवी शाइस्ता पर बढ़ी इनाम की राशि
अतीक और उसके जीजा पुलिस की गिरफ्त में तो आ गए, लेकिन उसकी बीवी और बेटे फरार हैं। पुलिस ने पहली बार शाइस्ता से पूछताछ की थी, उसके बाद से ही वह गिरफ्तारी की आशंका होने पर वह फरार हो गई है। वहीं, अतीक का बेटा असद खुद उमेश पाल की हत्या में शामिल रहा है। तब से वह अन्य शूटरों के साथ लापता है।
पुलिस की गिरफ्त से बचकर छिपती फिर रही शाइस्ता के बारे में जानकारी देने वालों को पुलिस ने अब 50 हजार रुपए देने की घोषणा की है। पुलिस ने इनाम की राशि को दोगुना कर दिया है। इससे पहले शाइस्ता पर पुलिस ने 25,000 रुपए का इनाम रखा था।
पुलिस की जाँच में पता है कि शाइस्ता परवीन ने अपने बेटे असद के साथ मिलकर शूटआउट प्लान तैयार किया था। इसके लिए उसने 16 iPhone भी खरीदे थे। शाइस्ता ने अंतिम समय में शूटरों के मैसेज भी भेजा था और कहा था कि इंशाल्लाह परिवार की वापस लाना है।