उत्तर प्रदेश में योगी सरकार हर दिन बाहुबालियों और माफियों द्वारा हथियाए करोड़ो की अवैध संपत्तियों को कुर्क और ध्वस्त करने का काम कर रही है। इसी कड़ी में शनिवार (19 सितंबर, 2020) को प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने अतीक अहमद के भाई अशरफ के साले मोहम्मद जैद के कौशांबी स्थित करोड़ों के आलीशान बिल्डिंग पर भी सरकारी बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दिया है।
रिपोर्ट के अनुसार, तीन साल से फरार चल रहे अतीक के भाई अशरफ को तीन जुलाई को क्राइम ब्रांच और पुलिस ने उसके ससुराल में इसी मकान से गिरफ्तार किया था। करोड़ों की लागत से बना तीन मंजिला मकान ध्वस्त करने के लिए आधा दर्जन बुलडोजर व जेसीबी मशीनें दोपहर से गरजने लगी थी। तकरीबन पाँच घंटे तक यूपी प्रशासन की ओर से ध्वस्तीकरण का कार्य किया गया। विकास प्राधिकरण के जोनल अधिकारी शत शुक्ला के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई है।
अशरफ के साले जैद ने करोड़ों की लागत से कौशाम्बी जिले के पूरा मुफ्ती थाना अन्तर्गत सल्लाहपुर चौकी क्षेत्र के हटवा गाँव में 600 वर्ग मीटर भूमि पर दो मंजिला आलीशान बिल्डिंग का निर्माण करवाया था। अधिकारियों का कहना है कि दो मंजिला मकान बनाने के पूर्व विकास प्राधिकरण से इसका नक्शा नहीं पास कराया गया था। इतना ही नहीं भूमाफिया के रिश्तेदार जैद ने बिल्डिंग से सटी 800 वर्ग मीटर जमीन पर भी अवैध कब्जा किया था।
बता दें तीन साल से फरार अशरफ अक्सर छिपते-छिपाते अपने ससुराल के इसी घर मे आता-जाता रहता था। मुखबिरों द्वारा कई बार पुलिस को इसकी जानकारी दी गई थी। लेकिन पुलिस के पहुँचने से पहले ही वह फरार हो जाता था। अशरफ 1 लाख इनामी था। पुलिस ने उसे तीन जुलाई को ही गिरफ्तार कर जेल भेजा दिया था। अशरफ के ससुराल वालों पर भी जमीन के धंधे में अवैध रुप से पैसे कमाने और अपराध से सम्पत्ति अर्जित करने का आरोप है।
उत्तरप्रदेश में योगी सरकार के रवैये को देखते हुए सारे अपराधियों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो चुकी है। माफियों में इस बात का डर पैदा हो चुका है कि कब प्रशासन द्वारा उनपर कार्रवाई की जाए इसका कोई पता नहीं है।
गौरतलब है कि इससे पहले यूपी प्रशासन ने करोड़ों रुपए की लागत वाले अतीक के कोल्ड स्टोरेज को भी छः जेसीबी मशीनें लगाकर जमींदोज कर दिया था। यह कोल्ड स्टोरेज अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के नाम पर झूंसी के कटका में स्थित था। जिसे अब ध्वस्त कर दिया गया।
अब तक अतीक की कुल 200 करोड़ की संपत्ति को या तो जब्त या ध्वस्त किया जा चुका है। इतना ही नहीं उसके करीबियों के भी अवैध संपत्तियों को बख्शा नहीं जा रहा है।