उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार (दिसंबर 22, 2020) को 21 वर्षीय हिंदू लड़की को जबरन इस्लाम में परिवर्तित करने और फिर जबरन उसका निकाह कराने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। टाइम्स नाउ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने आगरा क्रॉसिंग के पास से एक महिला सहित आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, लड़की के पिता ने 17 नवंबर को शिकायत दर्ज की थी कि उनकी 21 वर्षीय बेटी कुछ सामान खरीदने के लिए बाज़ार गई थी, लेकिन उसके बाद वह वापस घर नहीं लौटी। लड़की की काफी खोजबीन करने के बाद पीड़ित पिता को पता चला कि उनकी बेटी को आरोपित द्वारा शादी के इरादे से अगवा किया गया और फिर उसका जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया है।
पुलिस के अनुसार, लड़की 17 नवंबर से लापता हुई थी। लेकिन उसके परिवार ने 17 दिसंबर को एक मामला दायर किया, जब उन्हें जावेद के वकील से एक पत्र मिला, जिसमें उन्होंने युवती का इस्लाम धर्म में परिवर्तन और एक अदालत में उसकी निक़ाह होने के बारे में बताया था।
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— Etah Police (@Etahpolice) December 21, 2020
एटा ~ जलेसर क्षेत्र में बालिका को बहला-फुसलाकर ले जाने तथा जबरन धर्म परिवर्तन करा शादी कराने के मामले में फरार चल रहे 3 अन्य आरोपी गिरफ्तार, अब तक आधा दर्जन आरोपियों को भेजा जा चुका है जेल, 5 नामजद फरार आरोपियों की गिरफ्तारी पर जारी हुआ 25000-25000 रुपए का इनाम pic.twitter.com/xuDT5SRMVw
बता दें कि हिंदू युवती का अपहरण और जबरन उसका धर्म परिवर्तन करने वाला मुख्य आरोपित जावेद फरार है। जबकि उसके 8 रिश्तेदारों को 22 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया था। जावेद के खिलाफ आईपीसी की धारा 366 और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश, 2020 के तहत मामला दर्ज किया गया।
वहीं अन्य गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान रामजनी, आमरीन, महमूद अली, महफूज अली, हैदर अली, अंतार हुसैन, अंसार हुसैन और शाहिद हुसैन के रूप में हुई है।
ईसाई धर्म में परिवर्तन करने के मामले में आजमगढ़ में 3 लोग गिरफ्तार
धर्म परिवर्तन का दूसरा मामला आजमगढ़ से सामने आया है। जहाँ पुलिस ने रविवार (दिसंबर 20, 2020) को आजमगढ़ में डीह कौथौल गाँव के पास कुछ ग्रामीणों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। आरोपितों की पहचान बालचंद्र, गोपाल प्रजापति और नीरज कुमार के रूप में हुई।
दीदारगंज के स्टेशन हाउस ऑफिसर संजय कुमार सिंह ने बताया कि तीनों लोग गाँव आए और कथित रूप से लोगों को लालच देखर ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के लिए त्रिभुवन यादव के घर पर एक बैठक आयोजित की थी।
बता दें कि गाँव के ही रहने वाले अशोक यादव ने पुलिस को मामले के बारे में सूचित किया, जिसके बाद पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश, 2020 के तहत गिरफ्तारी की गई।
दक्षिण कोरियाई नागरिक द्वारा लोगों ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का मामला
वहीं उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में शनिवार (दिसंबर 19, 2020) को लोगों को लालच देकर ईसाई धर्म में परिवर्तित करने के आरोप में तीन महिलाओं समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, गिरफ्तार महिलाओं में से एक दक्षिण कोरियाई नागरिक है। वह ग्रेटर नोएडा में किराए पर रह रही थी और उसी ने लोगों को ईसाई धर्म में बदलने का लालच दिया था।
मध्य नोएडा के पुलिस उपायुक्त हरीश चंदर ने बताया कि आरोपित ने पूर्व में भी स्थानीय लोगों को धर्म परिवर्तन का लालच दिया था। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ सूरजपुर पुलिस स्टेशन में गैरकानूनी रूप से धर्म परिवर्तन कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। साथ ही मामले में आगे की कार्यवाही जारी है।