यूपी के लखीमपुर हिंसा में पुलिस ने अब दूसरे पक्ष के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना के दौरान बीजेपी कार्यकर्ता की पीटकर हत्या करने के मामले में मंगलवार (26 अक्टूबर 2021) को दो प्रदर्शनकारियों विचित्र सिंह और गुरविंदर सिंह को गिरफ्तार किया गया है। इनको शुरुआती पूछताछ के लिए पुलिस लाइन में बने क्राइम ब्रांच के दफ्तर में लाया गया था, जहाँ से दोनों को जेल भेज दिया गया है। दोनों आरोपित लखीमपुर खीरी जिले के ही रहने वाले हैं।
जानकारी के मुताबिक गुरविंदर सिंह लखीमपुर के गोला इलाके के मोकरामऊ अलीगंज का निवासी है जबकि विचित्र सिंह इसी जिले के भीरा इलाके का रहने वाला है। हिंसा से जुड़े वीडियो वायरल होने के बाद विशेष जाँच दल ने विचित्र सिंह और गुरविंदर सिंह को पूछताछ के लिए बुलाया था। इन दोनों को बुधवार (27 अक्टूबर 2021) को कोर्ट में पेश किया जाएगा। दूसरे पक्ष की तरफ से, सुमित जायसवाल नामक व्यक्ति ने एफआईआर दर्ज कराई थी।
गौरतलब है कि किसानों की तरफ से दर्ज कराए गए एफआईआर में अभी तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा के अलावा बीजेपी सभासद सुमित जायसवाल के साथ-साथ अंकित दास, लतीफ उर्फ काले, शेखर भारती, शिशुपाल, सत्य प्रकाश त्रिपाठी, नंदन सिंह बिष्ट, आशीष पांडे, लवकुश राणा, मोहित त्रिवेदी, रिंकू राणा तथा धर्मेंद्र नामक आरोपित शामिल हैं। वहीं, दूसरे पक्ष की तरफ से ये पहली गिरफ्तारियाँ हुई हैं।
उल्लेखनीय है कि तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी कांड में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई थी। इस मामले में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे। एक मामले में आशीष मिश्रा और 15-20 अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ था। वहीं, दूसरा मुकदमा अज्ञात लोगों के खिलाफ दो बीजेपी कार्यकर्ताओं समेत चार लोगों की पीट-पीटकर हत्या के आरोप में दर्ज किया गया था।
सुमित जायसवाल ने दूसरे मुकदमे में आरोप लगाया था कि प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच मौजूद कुछ अराजक तत्वों ने लाठियों और ईंट-पत्थरों से वाहन पर हमला किया जिसकी वजह से चालक हरिओम घायल हो गया और उसने सड़क के किनारे कार रोक दी। इसके बाद पत्रकार रमन कश्यप, कार चालक हरि ओम और बीजेपी कार्यकर्ताओं शुभम मिश्रा तथा श्यामसुंदर को प्रदर्शनकारियों ने पीट-पीटकर मार डाला।