उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद की हत्या की कोशिश की गई है। उन्होंने मंगलवार (13 जुलाई 2021) को ट्विटर पर दावा किया कि उनकी हत्या करने के लिए 4 विदेशी आए थे, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इसमें से 3 मुस्लिम भी शामिल थे।
मंगलवार (13 जुलाई 2021) को स्वामी यति नरसिंहानंद एक ट्वीट में दावा किया कि बुलंदशहर पुलिस की सतर्कता के कारण, विदेशी राष्ट्रीयता के साथ एक व्यक्ति और 3 मुस्लिम पुरुषों को गिरफ्तार किया गया है। ये उनकी हत्या करने के लिए आए थे। हालाँकि, इस मामले में बुलंदशहर पुलिस का कहना है कि जिन लोगों को हिरासत में लिया गया था उनका महंत यति से कोई संबंध नहीं था।
हर हर महादेव@Uppolice @bulandshahrpol @ghaziabadpolice
— Yati Narsinghanand Saraswati (@NarsinghUvach) July 13, 2021
पुलिस की सतर्कता से मेरी हत्या को आये आज 1 विदेशी सहित 3 मुलसमान गिरफ्तार हुए ।@myogiadityanath @myogioffice
मामले में बुलंदशहर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि तीन लोगों को हिरासत में लिया था। नियमित तौर पर इस केस की जाँच की गई है, लेकिन पूछताछ में यति नरसिंहानंद के समारोह से कोई संबंध स्थापित नहीं किया जा सका। पुलिस ने बताया है कि तीनों युवक कर्नाटक के बेंगलुरु के रहने वाले हैं और मुरादाबाद में इस्तेमाल हो चुकी कारों और यूपीएस बैटरी का काम करते हैं। तीनों युवक मुरादाबाद से अलीगढ़-आगरा होते हुए बेंगलुरु जा रहे थे। हालाँकि, रास्ता भटककर तीनों बुलंदशहर के रास्ते उस जगह पहुँच गए, जहाँ पर डासना देवी महंत यति नरसिंहानंद का कार्यक्रम चल रहा था।
— Bulandshahr Police (@bulandshahrpol) July 13, 2021
अभी तक तो पुलिस को युवकों के पास से किसी भी तरीके की संदिग्ध सामग्री नहीं मिली है, लेकिन पुलिस इसकी आगे की जाँच कर रही है।
हालाँकि, इससे पहले कई बार स्वामी यति नरसिंहानंद की हत्य़ा की कोशिश की गई थी। 17 मई 2021 को दिल्ली पुलिस ने पहाड़गंज के एक होटल से जान मोहम्मद डार नाम के आतंकी को गिरफ्तार किया था। उसके पास से भगवा कपड़ा बरामद किया गया था। कश्मीर के रहने वाले डार को यति नरसिंहानंद की हत्या की सुपारी मिली थी। उसे हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई थी। उसे आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के एक सरगना ने भेजा था।
इसी प्रकार बुधवार (जून 2, 2021) को दो संदिग्ध युवक डासना देवी मंदिर परिसर में घुसे थे। सेवादारों को जब शक हुआ तो उन्होंने इन दोनों की तलाशी ली। इनके पास से तीन सर्जिकल ब्लेड व कुछ आपत्तिजनक दवाएँ बरामद की गई। महंत के अनुयायियों के मुताबिक वह ‘सायनाइड’ था।