उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में तैनात एक नायब तहसीलदार का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में हिम्मत बहादुर नाम के अधिकारी ने अयोध्या में बन रहे राम मंदिर को दुकानदारी बताया है। इसी के साथ उसने मंदिर जाने वालों को मूर्ख कह कर सम्बोधित किया है। वीडियो वायरल होने के बाद गाजीपुर की DM ने जाँच करवाने की बात कही है। वहीं अयोध्या के संतों ने नायब तहसीलदार के बयान पर कड़ी नाराजगी जताई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर जिले के सेवराई तहसील में पोस्टेड है। 1:28 मिनट के वीडियो में वो लोगों की मौजूदगी में न सिर्फ राम मंदिर और हिन्दू आस्थाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहा है, बल्कि वीडियो बना रहे व्यक्ति से किसी को भी जा कर दिखाने का चैलेन्ज कर रहा है। अपनी चुनौती के दौरान हिम्मत बहादुर ‘किसी से कमजोर न होने’ का भी ताव देते सुनाई दे रहा है। उनके इस बयान पर आस-पास मौजूद कुछ लोग ठहाके भी लगाते सुनाई दे रहे।
ज़ी यूपी-उत्तराखंड की खबर का असर
— Zee Uttar Pradesh Uttarakhand (@ZEEUPUK) January 18, 2023
मामले में डीएम ने कही जांच की बात
जांच के बाद हिम्मत बहादुर पर कार्रवाई संभव
जानकारी के मुताबिक, हिम्मत बहादुर के वीडियो पर जिले की DM ने संज्ञान ले लिया है और जाँच करवाने की बात कही है। ऑपइंडिया ने इस बयान की पुष्टि के लिए सेवराई के तहसीलदार से बात की। उन्होंने बताया कि यह बयान मंगलवार (17 जनवरी, 2022) का है। हमें बताया गया कि नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर का ट्रांसफर 1 दिन पहले ही जिला मुख्यालय हो चुका था, लेकिन किसी कारणवश वो वहाँ जॉइन नहीं कर पाया था।
संतों ने उठाई कार्रवाई की माँग
नायब तहसीलदार हिम्मत बहादुर के इस बयान पर सोशल मीडिया के अलावा संतों ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। रामलला के पुजारी महंत सत्येंद्र दास ने नायब तहसीलदार पर को पद से हटाने की माँग करते हुए ईशनिंदा के आरोप में जेल में डालने की जरूरत बताया। हिम्मत बहादुर को वर्ण शंकर और नास्तिक बताते हुए सत्येंद्र दास ने उसके शब्दों को बनावटी बताया।
#Ayodhya
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गाजीपुर के नायब तहसीलदार पर भड़के संत
हिम्मत बहादुर ने राम मंदिर को बताया था दुकानदारी
रामलला के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने जताई नाराजगी
नायब तहसीलदार को जेल भेजने की मांग उठाई@ghazipurpolice @OfficerGhazipur @dgpup pic.twitter.com/pMarWDRjHV