उत्तर प्रदेश के कानपुर के बिकरू गाँव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के एनकाउंटर में मारे जाने के बाद पुलिस ने उसके मददगारों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। शुक्रवार (जुलाई 11, 2020) को चौबेपुर पुलिस ने कानपुर हत्याकांड में शामिल अपराधियों को शरण देने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों लोगों को उनके आवास से गिरफ्तार किया गया है।
Kanpur encounter: Kanpur’s Chaubepur Police y’day arrested 2 people with criminal backgrounds – Om Prakash Pandey & Anil Pandey – for helping hide 2 wanted criminals – Shashikant Pandey & Shivam Dubey – at their residences in Gwalior of Madhya Pradesh. Further action being taken.
— ANI UP (@ANINewsUP) July 11, 2020
जानकारी के मुताबिक, कानपुर की चौबेपुर पुलिस ने मध्य प्रदेश के ग्वालियर से आपराधिक पृष्ठभूमि वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों की पहचान ओम प्रकाश पांडेय और अनिल पांडेय के रूप में की गई। आरोप है कि दोनों ने विकास दुबे के मददगार और वांछित अपराधी शशिकांत पांडेय और शिवम दुबे को अपने यहाँ पनाह दी थी। गिरफ्तारी के बाद दोनों आरोपितों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। दोनों के खिलाफ चौबेपुर थाने में मामला पंजीकृत कर लिया गया है।
इसके साथ ही विकास दुबे और उसके गैंग से जुड़े लोग अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रडार पर हैं। ED जल्द ही प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज कर विकास दुबे और उसके गैंग से जुड़े लोगों की संपत्ति के मामलों की जाँच कर सकती है। ED के लखनऊ ऑफिस के अधिकारियों की एक टीम ने हाल ही में कानपुर रेंज आईजी मोहित अग्रवाल से इस सिलसिले में मुलाकात की है।
ED के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विकास दुबे की संपत्तियों से संबंधित जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक टीम कानपुर गई थी। इस दौरान उससे जुड़े लोगों के बारे में भी जानकारी जुटाई गई है। ED अपराध के जरिए हुई कमाई के निवेश के बारे में पता कर रही है। अधिकारी ने कहा कि प्राप्त सूचना के आधार पर अगर लगेगा कि मामला जाँच के लायक है तो केस दर्ज किया जाएगा। ED ने कहा कि टीम विकास दुबे और उसके परिवार के सदस्यों और उनके अन्य सहयोगियों के संपत्तियों और बैंक खातों के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है।
6 जुलाई को ही कानपुर पुलिस को एक पत्र भेजकर आदेश दिया था कि वो मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत विकास के परिजनों और उसके सहयोगियों से उसकी चल और अचल संपत्ति की जानकारी लेकर एजेंसी को दें। इसके अलावा ED ने पुलिस से विकास दुबे के खिलाफ चल रहे आपराधिक मुकदमों की भी जानकारी माँगी थी।
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक पिछले तीन साल में विकास दुबे ने 14 देशों की यात्राएँ की और इस दौरान उसने अपने खास लोगों के जरिए संयुक्त अरब अमीरात और थाईलैंड में संपत्तियाँ खरीदी। बताया जा रहा है कि विदेश में उसकी संपत्ति की कीमत करीब 30 करोड़ रुपए है। हाल ही में विकास दुबे ने लखनऊ के आर्या नगर में एक आलीशान बंगला खरीदा था, जिसकी कीमत करीब 23 करोड़ रुपए बताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि अकेले यूपी में ही विकास दुबे के पास बेनामी संपत्ति के तहत 11 मकान और 16 फ्लैट हैं।
गौरतलब है कि 2 जुलाई की रात कानपुर के बिकरू गाँव में 8 पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या के मामले के मुख्य आरोपित विकास दुबे का शुक्रवार (जुलाई 10, 2020) को एनकाउंटर कर दिया गया। मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तारी के बाद कानपुर ले जाने के दौरान पुलिस की गाड़ी पलट गई। इस दौरान विकास ने पुलिस की पिस्टर छीनकर भागने की कोशिश की थी, जिसके बाद एनकाउंटर में मारा गया। विकास के पाँच साथी पहले ही एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं।