भारत ने कोरोना वायरस के खतरों से निपटने के लिए जिस तरह की तैयारी की है, उससे अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ भी प्रभावित हैं। एयरपोर्ट्स पर स्क्रीनिंग की व्यवस्था की गई है और काफ़ी पहले से ही विदेश से आने वाले लोगों का मेडिकल टेस्ट किए जाने की शुरुआत कर दी गई थी। भारत में ‘वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन’ के प्रतिनिधि हेंक बेकेडम ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरों से निपटने के लिए भारत सरकार और ख़ासकर प्रधानमंत्री कार्यालय की प्रतिबद्धता असाधारण किस्म की रही है। उन्होंने भारत के प्रयासों को प्रभावशाली करार दिया।
डब्ल्यूएचओ ने माना है कि मोदी सरकार के प्रयासों के कारण भारत आज कोरोना वायरस से निपटने के मामले में अच्छा कर रहा है। डब्ल्यूएचओ के अधिकारी बेकेडम ने कहा कि जिस तरह से पूरी प्रक्रिया अपनाई गई, उससे वो खास प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि उनकी संस्था के पास हेल्थ रिसर्च डिपार्टमेंट में रिसर्च के लिए अच्छी-ख़ासी व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि अब इस रिसर्च का भारत भी हिस्सा बनेगा। इसका अर्थ है कि सरकार ठीक दिशा में काम कर रही है।
Henk Bekedam, WHO Representative to India on meeting with ICMR: We have very good research capacity in India and especially at ICMR & Dept of health research. They have been able to isolate the virus, now India will continue to be part of the research community. #Coronavirus pic.twitter.com/QrlVOG8AiG
— ANI (@ANI) March 17, 2020
इसी तरह केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी दिल्ली से सटे एक आइसोलेशन सेंटर के भीतर का एक वीडियो ट्वीट किया, जिसे एक व्यक्ति ने बनाया था। वो आइसोलेशन सेंटर की व्यवस्थाओं से काफ़ी ख़ुश दिखा था कि कैसे सरकार कोरोना वायरस से निपटने के प्रति न सिर्फ गंभीर है बल्कि लोगों का ख्याल भी रख रही है। वो व्यक्ति जर्मनी से दिल्ली आया था, जहाँ ‘क्वारंटाइन सेंटर’ में सभी लोगों को अलग-अलग कमरे दिए गए हैं, भोजन अच्छा और स्वादिष्ट मिल रहा है, स्वच्छ जल की व्यवस्था है और लोगों को नए तौलिए-कपड़े दिए गए हैं।
उसने बताया कि जब वो जर्मनी से लौट कर यहाँ आया तो उसे शंका थी कि न जाने कैसी व्यवस्था होगी लेकिन यहाँ आने पर पता चला कि सारी व्यवस्थाएँ चुस्त-दुरुस्त हैं। नीचे संलग्न किए गए वीडियो में आप उक्त व्यक्ति का बात सुन सकते हैं:
Watch this experience from a Coronavirus quarantine to understand the massive planned action to prevent the spread of Coronavirus. Let us all work together to fight this pandemic. pic.twitter.com/VuMh0v1gOk
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) March 17, 2020
दिल्ली से 70 किलोमीटर की दूरी पर एक 400 बेड का ‘क्वारंटाइन सेंटर’ बनाया है, जहाँ विदेश से आने वाले लोगों को 14 दिनों के लिए रखा जा रहा है। नोएडा सेक्टर 39 स्थित जिला अस्पताल में ये सारी व्यवस्था की गई है। यहाँ पर्याप्त मात्रा में डॉक्टरों के साथ-साथ पैरामेडिकल स्टाफ्स की भी तैनाती की गई है। इस ‘क्वारंटाइन वार्ड’ को महज 10-12 घंटों में तैयार कर लिया गया। चीन, इटली, ईरान, जर्मनी और स्पेन से लौटने वालों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है।