मध्य प्रदेश में जनजातीय (ST) समाज की छात्राओं के लिए बने एक छात्रावास से ईसाई धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है। वार्डन छात्राओं को रात के समय बाइबिल पढ़ने और ईसाई प्रार्थना करने को मजबूर करती थी। उन्हें शारीरिक और मानसिक तौर पर प्रताड़ित करती थी। जाँच के बाद ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर (BEO) ने वार्डन रीता खरते को निलंबित कर दिया है।
यह बालिका छात्रावास खरगोन जिले के छिरवा में स्थित है। प्रताड़ना से तंग आकर चौथी और 5वीं कक्षा की करीब 15 लड़कियाँ हॉस्टल छोड़कर घर चली गईं। इसके बाद मामले का खुलासा हुआ। लड़कियों के अनुसार रीता खरते उनसे बर्तन धोने, अनाज साफ करने जैसे काम करवाती थी। बाइबिल पढ़ने और प्रार्थना करने का दबाव डालती थी।
रिपोर्टों के अनुसार मामले का खुलासा होने के बाद बीईओ दिनेश चंद्र पटेल ने हॉस्टल का दौरा किया। इस दौरान बाइबिल और ईसाई प्रार्थनाओं की कॉपियाँ मिली। इसके बाद रीता खरते का तत्काल प्रभाव से उनके पद से हटा दिया। उन्होंने इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग को भेजी गई है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की सिफारिश की गई है।