पाकिस्तान के लिए जासूसी करते पकड़े गए CRPF जवान को लेकर नया खुलासा हुआ है। जवान मोती राम जाट आतंकी हमले से पहले पहलगाम में ही तैनात था। 22 अप्रैल 2025 को हुई घटना से 6 दिन पहले ही उसका ट्रांसफर हुआ था।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, CRPF में सहायक उपनिरीक्षक (ASI) मोती राम जाट ट्रांसफर से पहले पहलगाम में 116 बटालियन में तैनात थे। जासूसी के आरोप में गिरफ्तारी के बाद जवान को CRPF से बर्खास्त कर दिया है।
गौरतलब है कि NIA ने उन्हें सोमवार (26 मई 2025) को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। जवान साल 2023 से पाकिस्तान के अधिकारियों (PIO) को भारत की खुफिया जानकारी शेयर कर रहे थे। जवान को 06 जून 2025 तक NIA की कस्टडी में भेजा गया है।