कोर्ट ने यह फैसला नाबालिग के बयान के आधार पर दिया है। 01 अगस्त 2023 को मामले की सुनवाई में नाबालिग ने कहा था कि उसने किसी राजनीतिक और भावनात्मक दबाव में ये आरोप लगाए थे। उसने बताया था कि ऐसी कोई घटना उसके साथ नहीं घटी थी। इस बयान के बाद कोर्ट ने इसे ‘गंभीर परिवर्तनीय साक्ष्य’ माना था।
गौरतलब है कि बृजभूषण सिंह पर एक नाबालिग महिला पहलवान ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद विनेश फोगाट, बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक समेत कई पहलवानों ने दिल्ली में खूब हँगामा किया था। हालाँकि, यौन शोषण के कोई भी आरोप कोर्ट में साबित नहीं हो सके।