पश्चिम बंगाल की कोलकाता पुलिस ने बांग्लादेशियों की फर्जी भारतीय पासपोर्ट बनाने के मामले में एक ट्रेवेल एजेंट को पकड़ा है। यह ट्रैवेल एजेंसी की आड़ में फर्जी पासपोर्ट रैकेट चला रहा था। रविवार (29 दिसंबर 2024) को पुलिस ने मनोज गुप्ता नाम के व्यक्ति को 24 परगना जिले से गिरफ्तार किया है। बेहाला के सिरपारा का रहने वाला मनोज साखेरबाजार में ट्रेवेल एजेंसी चलाता था।
#WATCH | Kolkata: On fake passport racket, ADG Law & Order West Bengal, Jawed Shamim says "Passport is a process where a lot of agencies are involved. So Kolkata Police is already doing a detailed investigation regarding passports. The government of West Bengal is also writing… pic.twitter.com/LL9ApH6Kg4
— ANI (@ANI) December 29, 2024
पुलिस ने 41 वर्षीय मनोज गुप्ता को फर्जी पासपोर्ट रैकेट का मास्टरमाइंड बताया है। अब तक इस गिरोह के कुल 12 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। ये सभी फर्जी कागजातों के जरिए बांग्लादेशी घुसपैठियों के अवैध तौर पर भारतीय पासपोर्ट बनाते थे। इन सभी के बनाए पासपोर्टों पर कई बांग्लादेशियों ने दुनिया के तमाम देशों की यात्रा भी की है।
इस गिरोह द्वारा बनाए गए अब तक 73 पासपोर्टों की जानकारी पुलिस ने जुटा ली है। पुलिस उन घुसपैठियों की भी तलाश में जुटी है जो इस गिरोह के सम्पर्क में आकर फर्जी पासपोर्ट हासिल कर चुके हैं। बताते चलें कि इन फर्जी पासपोर्टों को 2 से 5 लाख रुपयों में बेचा जाता था। पहले गिरफ्तार आरोपितों में दत्तापुकुर का मोक़्तार आलम भी शामिल है।