प्रयागराज महाकुंभ में बॉलीवुड अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने शुक्रवार (24 जनवरी 2025) को गृहस्थ जीवन छोड़ते हुए संन्यास ले लिया। किन्नर अखाड़े में महामंडलेश्वर बनने के बाद उन्होंने अपना नया नाम श्री यामाई ममता नंद गिरि रखा। इस मौके पर ममता ने संगम में डुबकी लगाई और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पिंडदान किया।
ममता कुलकर्णी ने बताया कि यह कदम उन्होंने महादेव और महाकाली के आदेश पर उठाया है। उनके अनुसार यह उनके गुरुओं का निर्देश था। कार्यक्रम में किन्नर अखाड़ा की आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और अन्य संतों की उपस्थिति में उनका पट्टाभिषेक किया गया।
#WATCH | Mamta Kulkarni says, "…This was the order of Mahadev, Maha Kaali. This was the order of my Guru. They chose this day. I didn't do anything." https://t.co/YUEbamNrRV pic.twitter.com/vrXAF5gQgV
— ANI (@ANI) January 24, 2025
महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरि ने कहा कि ममता कुलकर्णी ने आध्यात्मिक मार्ग अपनाकर किन्नर अखाड़े से दीक्षा ली है। ममता अब अपना जीवन धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों में समर्पित करेंगी।
किन्नर अखाड़ा की स्थापना 2015 में हुई थी। ये अखाड़ा महाकुंभ के दौरान नए संन्यासियों को दीक्षा और पद देने के लिए खास आयोजन करता है। ममता का इस अखाड़े में शामिल होना और महामंडलेश्वर बनना महाकुंभ का एक खास आकर्षण बना।