भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस दावे पर सवाल उठाया है जिसमें उन्होंने पिछले 5 वर्षों में दिल्ली में 12 लाख नौकरियाँ देने का दावा किया था। #केजरीवाललिस्टदिखा नाम के हैशटैग के साथ उन्होंने इस बावत एक ट्वीट भी किया है। इस ट्वीट में RTI के माध्यम से माँगी गई एक जानकारी भी अटैच है जिसके आधार पर कपिल मिश्रा ने मनीष सिसोदिया और अरविंद केजरीवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। कपिल मिश्रा ने यह ट्वीट 27 मार्च, 2022 (रविवार) को किया है।
RTI से मिली जानकारी के अनुसार केजरीवाल सरकार ने सिर्फ 3246 जॉब्स दी हैं पिछले 7 सालों में
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) March 27, 2022
केजरीवाल और सिसोदिया दोनों झूठ बोल रहे हैं
फिर से खुली चुनौती @ArvindKejriwal : 12 लाख लोगों को नौजरी दी हैं तो उनकी लिस्ट सार्वजनिक करो#केजरीवाल_लिस्ट_दिखा pic.twitter.com/2nl2dBUEZu
कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीट में लिखा, “RTI से मिली जानकारी के अनुसार केजरीवाल सरकार ने पिछले 7 सालों में सिर्फ 3246 नौकरियाँ दी हैं। केजरीवाल और सिसोदिया दोनों झूठ बोल रहे हैं। अरविन्द केजरीवाल को फिर से खुली चुनौती है कि अगर उन्होंने 12 लाख लोगों को नौकरी दी है तो उनकी लिस्ट सार्वजनिक करें।” दोनों RTI जवाबों के मुताबिक कुल 3246 नौकरियाँ शिक्षा, ऑडिट, सोशल वेलफेयर, सामान्य प्रशासन, स्वास्थ्य, शहरी विकास, लीगल जैसे विभागों में दी गई है। यह डाटा साल साल 2015 से माँगा गया है।
मैं केजरीवाल और उन सभी 12 लाख लोगों का रामलीला मैदान में सम्मान समारोह आयोजित करूंगा जिनको केजरीवाल ने नौकरी दी है @ArvindKejriwal : कृपया इन 12 लाख लोगों की लिस्ट दिखाओ , सबको निमंत्रण पत्र भेजना हैं
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) March 27, 2022
आओगे ना ? #केजरीवाल_लिस्ट_दिखा
कपिल मिश्रा ने एक अन्य ट्वीट करते हुए लिखा, “मैं केजरीवाल और उन सभी 12 लाख लोगों का रामलीला मैदान में सम्मान समारोह आयोजित करूँगा जिनको केजरीवाल ने नौकरी दी है। अरविंद केजरीवाल, कृपया इन 12 लाख लोगों की लिस्ट दिखाओ, सबको निमंत्रण पत्र भेजना हैं। आओगे ना ?”
दरअसल दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने 26 मार्च (शनिवार) को दिल्ली की विधानसभा में बजट पेश किया था। इसी बजट सत्र में बोलते हुए अरविन्द केजरीवाल ने कहा था, “हमने पिछले 5 सालों में राजधानी दिल्ली में 12 लाख नौकरियाँ दी हैं। इसी के साथ 1.8 लाख नौकरियाँ सरकारी क्षेत्र और 10 लाख नौकरियाँ प्राइवेट क्षेत्र में सृजित की गई हैं।” लेकिन RTI द्वारा मिले जवाब में केजरीवाल के दावों का मात्र 2% हिस्सा ही पूरा होना दिखाई दे रहा है।