केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर पर अनुच्छेद-370 पर लिए फ़ैसले के बाद से ही सियासत और तेज़ हो गई है। ख़ासतौर पर कॉन्ग्रेस इस फ़ैसले से काफ़ी नराज़ है। एक तरफ़ तो वो इसके विरोध में है, वहीं दूसरी तरफ़ इस फ़ैसले के समर्थन में कॉन्ग्रेस के कई नेता बीजेपी में शामिल हो रहे हैं।
ख़बर के अनुसार, कॉन्ग्रेस के तीन बड़े नेता अपने पदों और पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र देकर समर्थकों संग बीजेपी में शामिल हो गए। बुधवार (21 अगस्त) को कॉन्ग्रेस पार्टी के उत्तराखंड किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव वरुण गहलोत, प्रदेश सचिव राजीव चौहान और खेलकूद प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष अजय सिंह ने कॉन्ग्रेस छोड़ बीजेपी का दामन थाम लिया।
मीडिया में ख़बरों के अनुसार, कुल 25 कॉन्ग्रेस नेताओं ने कॉन्ग्रेस छोड़ बीजेपी की सदस्यता ली। सभी ने बुधवार को बीजेपी के सदस्यता प्रमुख एवं पूर्व सांसद प्रतिनिधि धर्मेंद्र कुमार से सदस्यता पत्र प्राप्त किए। उत्तराखंड के रायपुर ग्राम निवासी वरुण गहलोत कॉन्ग्रेस के साथ लंबे समय से जुड़े हुए थे। उन्होंने अपने 25 साथियों के साथ बीजेपी की सदस्यता ली। इनमें कॉन्ग्रेस की पूर्व सांसद प्रतिनिधि शीतल जोशी, कोमल सिंह भी शामिल हैं।
शीतल जोशी ने अपने आवास में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेन्स में पत्रकारों से कहा कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 व 35-A को हटाना केंद्र सरकार का ऐतिहासिक फ़ैसला है। इस दौरान वहाँ कोमल सिंह के अलावा डॉ सुदेश, बलराम तोमर और कमल चौहान भी मौजूद थे।