Wednesday, November 20, 2024
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भाषाई मर्यादा पार करने में सुप्रिया श्रीनेत ने रेणुका चौधरी को भी पीछे छोड़ा: वो 5 मौके जब कॉन्ग्रेस प्रवक्ता ने असभ्यता का दिया परिचय

रेणुका चौधरी की बात करें तो जून 2022 में अपनी असभ्यता की बानगी पेश की थी। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राहुल गाँधी को समन भेजा था। इसको लेकर कॉन्ग्रेस पार्टी विरोध प्रदर्शन कर रही थी। इसी दौरान रेणुका चौधरी ने एक सब इंस्पेक्टर का कॉलर पकड़ लिया था।

कॉन्ग्रेस के नेता देश विरोधी बयान देने के साथ ही असभ्य भाषा का प्रयोग करने के लिए जाने जाते हैं। इस सूची में सुप्रिया श्रीनेत का नाम भी शामिल हो गया है। पत्रकारिता छोड़कर ‘आधिकारिक तौर’ पर कॉन्ग्रेस में शामिल होने के बाद से सुप्रिया श्रीनेत समय-समय पर असभ्य भाषा का प्रयोग करती रही हैं।

दरअसल, सुप्रिया श्रीनेत का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में इंडिया टीवी के कार्यकारी संपादक सौरव शर्मा सुप्रिया श्रीनेत से सवाल कर रहे हैं। सौरव का सवाल राहुल गाँधी द्वारा भारत के आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप की माँग को लेकर है।

शर्मा के इस सवाल का जवाब देने के बजाय सुप्रिया ने कहा, “सौरव शर्मा आपकी असहमति से मुझे फर्क नहीं पड़ता।” इसके बाद पत्रकार ने उन्हें उनका नाम बोलते हुए कहा, “जवाब दीजिए”। इस पर सुप्रिया कहती हैं, “आप मेरा पूरा नाम लेकर मेरा तिरस्कार नहीं कर देंगे!” तब, पत्रकार जवाब देते हुए कहते हैं कि ‘जैसे आपने जवाब दिया मैंने भी आपको जवाब दे दिया’।

इसके बाद सुप्रिया श्रीनेत ने सौरव से कहा, “आप मुझसे असहमत हों, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मुझसे बदतमीजी मत कीजिए। एंकर की तरह व्यवहार कीजिए। मुझे किसी न्यूज एंकर से शिष्टाचार पर सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है।” इसके बाद पत्रकार सौरव शर्मा ने कहा, “नाली का कीड़ा बोलनी वाली एक पार्टी की प्रवक्ता से मुझे भी सर्टिफिकेट नहीं चाहिए।”

इससे पहले सुप्रिया श्रीनेत ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आपत्तिजनक बयान दिया था। दिल्ली के शराब घोटाला मामले में सीबीआई द्वारा मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुप्रिया श्रीनेत ने कहा था, “न तो उनकी एजेंसी हमें डरा सकती है और न उनकी नपुंसक पुलिस हमें डरा सकती है।”

इसी तरह मई 2021 में आज तक चैनल पर एक डिबेट के दौरान भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के खिलाफ बोलते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने भाषाई मर्यादा लाँघी थी। उन्होंने कहा था, “तुम दो कौड़ी के नाली के कीड़े हो। अरे चुप हो जा नाली के कीड़े, चुप हो जा। अरे नाली के कीड़े चुप।”

जुलाई 2021 में सुप्रिया श्रीनेत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलते हुए भी असभ्य हो गई थीं। दरअसल, कॉन्ग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘पेगासस स्पाइवेयर’ का उपयोग करके न अपनी पार्टी के महिलाओं का जाने क्या देखना चाहते हैं।

इसी तरह न्यूज 18 में चल रही डिबेट के दौरान सुप्रिया ने कहा था, “स्मृति ईरानी और वसुंधरा राजे के फोन का सरकार क्यों निगरानी कर रही है? एक बार जाकर उनसे (पीएम मोदी से) पूछ लो। मुझे नहीं पता कि वे महिलाओं के फोन में क्या देखना चाहते हैं।”

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए संबित पात्रा ने सुप्रिया को फटकार लगाते हुए कहा था, “एक महिला होने के बावजूद आप इस तरह की घटिया टिप्पणी कैसे कर सकती हैं? यह अश्लीलता की पराकाष्ठा है। मुझे इस तरह की भाषा पर आपत्ति है।”

वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच गतिरोध पर हुई डिबेट के दौरान सुप्रिया श्रीनेत ने भारतीय सेना का भी मजाक उड़ाया था। साथ ही सेना को 4 बार ‘बकवास’ बताया था। हालाँकि, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा के सवाल पर वह अपने बयान से मुकर गईं और कहा कि वह संबित पात्रा को ‘बकवास’ बता रही थीं।

गौरतलब है कि राजनीतिक रूप से बदहाली झेल रही कॉन्ग्रेस के पास असभ्य नेताओं और प्रवक्ताओं की बड़ी सूची है। सुप्रिया श्रीनेत से पहले रेणुका चौधरी का नाम इस सूची में पहले स्थान पर होता था। हालाँकि, अब उन्हें पछाड़ते हुए असभ्य प्रवक्ताओं की सूची में सुप्रिया शिखर पर हैं।

रेणुका चौधरी की बात करें तो जून 2022 में अपनी असभ्यता की बानगी पेश की थी। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राहुल गाँधी को समन भेजा था। इसको लेकर कॉन्ग्रेस पार्टी विरोध प्रदर्शन कर रही थी। इसी दौरान रेणुका चौधरी ने एक सब इंस्पेक्टर का कॉलर पकड़ लिया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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