Wednesday, March 5, 2025
HomeराजनीतिAAP के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कोरोना के लक्षण के बाद अस्पताल में भर्ती,...

AAP के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन कोरोना के लक्षण के बाद अस्पताल में भर्ती, लोगों ने पूछा- घर पर क्यों नहीं रहे?

सोशल मीडिया पर लोग सत्येंद्र जैन की जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। लेकिन सवालों के साथ। सवाल यह कि AAP के नेता अपनी दी हुई गाइडलान्स को फॉलो क्यों नहीं कर रहे। AAP मंत्री अस्पताल की ओर क्यों भाग रहे हैं?

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन में कोविड-19 के लक्षण दिखने के बाद उन्हें राजीव गाँधी सुपर स्पेशेलिटी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोमवार (जून 15, 2020) को उन्हें साँस लेने में दिक्कत शुरू हुई थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहाँ उन्हें फिलहाल ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है। इसके अलावा उनका कोरोना टेस्ट भी हुआ है।

अपनी तबीयत खराब होने की सूचना स्वंय सत्येंद्र जैन ने ट्विटर पर भी दी है। उन्होंने लिखा, “तेज बुखार और साँस लेने में आ रही दिक्कत के बाद मुझे अस्पताल में भर्ती किया गया है। मैं आपको ताजा जानकारी देता रहूँगा।”

यहाँ बता दें कि पिछले दिनों दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कोरोना जैसे कुछ लक्षणों को देखते हुए खुद को आइसोलेट कर लिया था। हालाँकि, बाद में उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई। ऐसे में अब सत्येंद्र जैन के अस्पताल में भर्ती होने के बाद अरविंद केजरीवाल ने उनकी जल्द रिकवरी की कामना की है।

गौरतलब है कि पिछले दिनों दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन लगातार बैठकों में हिस्सा ले रहे थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और अन्य अधिकारियों के साथ लगातार कई बैठकें कीं, तब सत्येंद्र जैन बतौर स्वास्थ्य मंत्री उस बैठक में मौजूद थे। जिसके कारण अब सोशल मीडिया पर लोग सवाल करने लगे हैं कि आखिर कोई इतना लापरवाह कैसे हो सकता है।

राहुल कौशिक नाम के यूजर ने ट्विटर पर लिखा, “गृह मंत्रालय में हुई गृह मंत्री की बैठक में सत्येंद्र जैन शामिल हुए थे। इसमें डॉ हर्षवर्धन, अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया भी थे। आखिर कोई इतना लापरवाह कैसे हो सकता है? उम्मीद है सब ठीक होंगे।”

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों सत्येंद्र जैन ने कोविड-19 के मरीजों को लेकर इस बात को स्पष्ट किया था कि अगर कोरोना किसी को हो भी जाता है, तो वह अस्पताल की ओर न भागें, क्योंकि उसका इलाज घर में रखकर किया जाएगा, उसे प्रॉपर गाइड किया जाएगा, डॉक्टर उसे घर पर आकर देखेंगे। हालत बहुत बिगड़ने पर ही अस्पताल में एडमिट किया जाएगा।

सोचने वाली बात है कि आम आदमी के लिए जो आम आदमी सरकार कुछ दिनों पहले बेबस होकर ऐसे फैसले सुना रही थी। वही आम आदमी के नेता अपनी दी हुई गाइडलान्स को फॉलो करते नहीं दिख रहे। यही कारण है कि अब सोशल मीडिया पर लोग सत्येंद्र जैन की जल्दी स्वस्थ होने की कामना करते हुए सीएम केजरीवाल से पूछने लगे हैं कि उनके मंत्री उनकी बनाई गाइडलाइन क्यों नहीं फॉलो कर रहे और क्यों अस्पताल की ओर भाग रहे हैं?

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

पूरे परिवार के इस्लाम छोड़ने पर ₹20 हजार, गैर मुस्लिम लड़के से शादी पर ₹15 हजार… स्कूल-चर्चों की फंडिंग से ‘मिशन मोड’ में चल...

सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि मिशनरियाँ हवाला के जरिए मोटी रकम भेज रही हैं। चर्चों और बड़े स्कूलों से भी पैसा आ रहा है, जिससे ये गैंग ग्रामीण इलाकों में जाल बिछा रहे हैं।

‘मेरा समय खराब है, लेकिन मैं खुद समय हूँ’: कनाडा में बकैती करने पर सुप्रीम कोर्ट ने समय रैना की ली क्लास, कहा- ओवरस्मार्ट...

जस्टिस सूर्यकांत ने चेतावनी देते हुए कहा, "ये लोग नहीं जानते कि सुप्रीम कोर्ट का क्षेत्राधिकार कहाँ तक है... सुधर जाओ वरना हम जानते हैं कि आपसे कैसे निपटना है।"
- विज्ञापन -