गाजियाबाद में अब्दुल समद नामक एक बुजुर्ग की पिटाई और उसकी दाढ़ी काट लेने के मामले में जबरन ‘जय श्री राम’ जोड़ कर इसे सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश की गई, जबकि आरोपितों में मुस्लिम भी शामिल थे। आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने भी इसे बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया था। AAP की सोशल मीडिया टीम भी इस घटना को लेकर झूठ फैला रही है। टीम के एक सदस्य कपिल के ट्वीट से तो ऐसा ही लगता है।
दरअसल, पीड़ित अब्दुल समद की पिटाई वाले वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल करने वालों में फैक्ट-चेक का दावा करने वाले प्रोपेगंडा पोर्टल AltNews के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर का भी हाथ था। उसने इस वीडियो को पोस्ट कर के ‘जबरन जय श्री राम बुलवाने’ वाला झूठा नैरेटिव फैलाया। उसने दावा किया कि 5 गुंडों ने बन्दूक की नोंक पर डरा कर और धमकी देकर बुजुर्ग से ‘जय श्री राम’ कहलवाया।
AAP सोशल मीडिया टीम के कपिल ने इस वीडियो को कोट करते हुए सलाह दी कि अंतरराष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसियों, राजनेताओं और एक्टिविस्ट्स को ज्यादा से ज्यादा टैग किया जाए, ताकि उन्हें बताया जा सके कि भारत में सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर क्या हो रहा है। ये कॉन्ग्रेस के टूलकिट के भी अनुरूप है, जिसमें इंटरनेशनल मीडिया के जरिए देश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बदनाम करने का खाका पेश किया गया था।
केजरीवाल जी की टीम अपने एजेंटों से एक झूठी खबर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैलाने की अपील कर रही है,ये कहते हुए कि दुनिया भर में छवि खराब करने के लिए अफवाह फैलाओ कि भारत में कितनी बुरे हालात हैं।
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) June 17, 2021
ऐसे में गद्दार बोलो तो बुरा मान जाते हैं,ये ग़द्दारी है या नहीं @ArvindKejriwal जी। pic.twitter.com/hFs5qOp9UQ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, अरविंद केजरीवाल की टीम अपने एजेंटों से एक झूठी खबर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैलाने की अपील कर रही है, ये कहते हुए कि दुनिया भर में छवि खराब करने के लिए अफवाह फैलाओ कि भारत में कितनी बुरे हालात हैं। ऐसे में गद्दार बोलो तो बुरा मान जाते हैं। ये ग़द्दारी है या नहीं केजरीवाल जी?
जबकि यूपी पुलिस की जाँच में ये घटना ताबीज के झगड़े के कारण होने की बात पता चली। खुलासा हुआ है कि सद्दाम के जीजा इंतज़ार ने अब्दुल समद को परवेश गुज्जर से मिलवाया था। इंतजार, अब्दुल समद का एजेंट के रूप में काम करता था। अपने बयान में सद्दाम ने बताया है कि अब्दुल समद के ताबीज़ से उसके बेटे पर भी बुरा असर हुआ था। उसके बेटे की भी तबीयत खराब हुई थी। अब्दुल समद तीन बार परवेश गुज्जर से मिल चुका था।
अपनी शिकायत में अब्दुल समद ने बताया था कि उसे ऑटो से अज्ञात लोग पकड़ कर ले गए थे, जिसके बाद मारपीट की गई थी। परवेश ने आदिल को बुलाया, फिर इंतजार को। इसके बाद वहाँ दस-बारह लड़के पहुँच गए थे। इनमें से कल्लू नाम के आरोपित ने बुजुर्ग की दाढ़ी काटी थी। सद्दाम ने बताया कि उस वक़्त वो भी वहाँ मौजूद था। पुलिस अब तक इस मामले में कुल 5 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी हैं।