महाराष्ट्र की राजनीति लगातार दिलचस्प होती जा रही है। NCP के दो फाड़ होने के बाद अब अजित पवार अपने चाचा शरद राव पवार से मिलने पहुँचे। इतना ही नहीं, उनके साथ वो बागी विधायक भी थे जिन्होंने NCP के 2 फाड़ करने में उनकी मदद की। अजित पवार ने कई विधायकों-सांसदों के साथ NDA सरकार को समर्थन करने का फैसला लिया था, जिसके बाद वो राज्य के उप-मुख्यमंत्री बने। उन्हें वित्त मंत्रालय भी दिया गया। शरद पवार द्वारा अपनी बेटी सुप्रिया सुले को पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद ये प्रकरण हुआ।
हाल ही में अजित पवार अपने चाचा के घर पहुँचे थे। बताया गया था कि बीमार चाची को देखने के लिए वो गए हैं। अब महाराष्ट्र के YB चव्हाण सेंटर में उन्होंने वरिष्ठ नेताओं सांसद प्रफुल्ल पटेल और मंत्री छगन भुजबल के साथ शरद पवार से मुलाकात की। प्रफुल्ल पटेल ने इसके बाद कहा कि आज हम सब अपने नेता से मिलने आए हैं और हमने उनसे आशीर्वाद माँगा। उन्होंने कहा कि हमने इच्छा जताई कि ‘राष्ट्रवादी कॉन्ग्रेस पार्टी’ एकजुट रहे और मिलजुल कर सभी नेता काम करें।
उन्होंने कहा कि हम सब नेताओं ने शरद पवार के समक्ष इच्छा जताई कि NCP मजबूती से काम करे। इन नेताओं ने शरद पवार से आग्रह किया कि वो इस दिशा में विचार करें। प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि शरद पवार ने उन सबकी बातों को ध्यान से सुना, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। प्रफुल पटेल ने कहा कि हम सबकी नजर इस पर है कि शरद पवार क्या भूमिका निभाएँगे। विधानसभा के मॉनसून सत्र से पहले अजित पवार गुट के मंत्रियों मंत्रियों की बैठक भी उप-मुख्यमंत्री के आवास पर ही हुई।
#WATCH | We all came here to seek the blessings of respected Sharad Pawar today. We requested Pawar sahib that NCP should stay united. On this, Sharad Pawar did not give any reaction: Praful Patel, Ajit Pawar faction leader, at Mumbai's YB Chavan Centre pic.twitter.com/lvgXV2AZdy
— ANI (@ANI) July 16, 2023
प्रफुल्ल पटेल ने बताया कि इसी बैठक के दौरान उन्हें शरद पवार के YB चव्हाण सेंटर में उपस्थित होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद वो उन्हें सूचित किए बिना यहाँ पहुँचे और उन्हें प्रणाम कर के आशीर्वाद लिया। उन्होंने शरद पवार को अपना भगवान भी बताया। 5 जुलाई को शरद पवार की बैठक में शामिल न होने वाले विधायकों को नोटिस जारी किया गया है। उस दिन ये सभी नेता अजित पवार की बैठक में मौजूद थे। 1999 में स्थापित NCP के 40 विधायकों ने अजित पवार का समर्थन किया है।