पूरा देश इन दिनों कोरोना वायरस से जूझ रहा है। लेकिन, ‘कोरोना काल’ में भी देश में राजनीति जमकर हो रही है। इस महामारी को लेकर केंद्र और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच मामला गर्माता जा रहा है। दोनों सरकारों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। कोरोना संक्रमण रोकने में नाकाम रही ममता बनर्जी ने कुछ दिनों पहले गुस्से में कहा था कि अगर केंद्र को इतनी समस्या है, तो गृह मंत्री अमित शाह ही बंगाल में आकर सरकार चला लें।
वहीं, अब गृह मंत्री अमित शाह ने पलटवार करते हुए कहा कि ‘ममता दीदी’ को परेशान होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने न्यूज 18 नेटवर्क समूह के एडिटर इन चीफ राहुल जोशी से खास बाचतीत में कहा, “उनकी (ममता बनर्जी) यह इच्छा जरूर पूरी होगी और 2021 में भाजपा बंगाल में सरकार बनाएगी। मैं तो वहाँ सरकार नहीं चला सकता, मैं सांसद हूँ, लेकिन ममता दीदी की इच्छा जल्द पूरी होगी।”
वहीं, स्पेशल ट्रेनों को रोके जाने पर अमित शाह ने ममता बनर्जी पर निशान साधा। उन्होंने कहा कि ममता ने बंगाल की जनता के साथ जो किया है, जनता उसे कभी नहीं भूलेगी। दरअसल, ममता बनर्जी ने प्रवासी श्रमिकों की ट्रेन को ‘कोरोना एक्सप्रेस’ कहा था। इस पर किए गए सवाल पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमारी बंगाल से कोई लड़ाई नहीं है। 1200 से ज्यादा ट्रेनें यूपी गईं। 1000 से ज्यादा ट्रेनें बिहार गईं, लेकिन बंगाल में 100 ट्रेनें भी नहीं गईं। अगर बंगाली घर जाना चाहते हैं तो उनका गुनाह क्या है? उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि बंगाल की जनता इस बात को हमेशा याद रखेगी।
अमित शाह ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संकट के समय 1 करोड़ 10 लाख से ज्यादा लोगों को उनके घर पहुँचाया गया है और कई लोग क्वारंटाइन समय की अवधि को पूरा कर परिवार के साथ हैं। हमने अपनी तरफ से प्रवासियों के लिए कई तरह से व्यवस्था की जिससे उन्हें परेशानी न हो। लेकिन, जिन लोगों को कमी निकालनी हैं वह तो निकालेंगे ही।
इस दौरान गृह मंत्री ने कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी एक योजना लेकर घूम रहे हैं। इस योजना के तहत वह सभी के अकाउंट में पैसा डालने की बात करते हैं। हालाँकि, जनता ने उनकी इस योजना को नकार दिया है। मोदी सरकार ने किसानों, वरिष्ठ नागरिकों, विधवाओं के अकाउंट में डीबीटी के तहत सीधे रुपए भेजे हैं।
गौरतलब है कि केन्द्र सरकार शुरू से कहते आ रही है कि COVID-19 को लेकर ममता सरकार लगातार लापरवाही बरत रही है। बंगाल की वास्तविकता जानने के लिए केन्द्र ने एक टीम भी भेजी थी। टीम ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि राज्य सरकार इस महामारी को गंभीरता से नहीं ले रही है और यह वायरस यहाँ काफी तेजी से फैल रहा है।