केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने अपने ट्विटर हैंडल से राहुल गाँधी पर तंज कसते हुए कॉन्ग्रेस पार्टी की एक के बाद एक कई ख़ामियाँ गिनाईं। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा कि पिछले दो महीनों में कई फ़र्ज़ी अभियान देखे गए हैं। फिर भी कॉन्ग्रेस अपनी फ़र्ज़ी हरक़तो से बाज नहीं आ रही है।
The past two months have witnessed several fake campaigns. Each one of them has failed to cut much ice. Falsehood doesn’t have longevity. The ‘compulsive contrarians’ continued to jump from one falsehood to another.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
जेटली ने राफ़ेल सौदे पर कहा कि इस सौदे ने न केवल भारतीय वायु सेना की युद्धक क्षमता को मज़बूत किया बल्कि सरकारी खज़ाने की भी बचत की। लेकिन इस सौदे को झूठा करार देने के लिए विपक्ष ने आधा-अधूरा पत्र ही दिखाया, इसके बाद सच्चाई सामने आई। विरोधी यह भूल जाते हैं कि सच की हमेशा जीत होती है।
The Rafale deal not only strengthens the combat ability of the Indian Air Force but saved thousands of crores for the exchequer. When its falsehood collapsed, its creators by producing half a document lost their full credibility. They forgot that truth always prevails.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
जेटली ने लिखा कि राहुल गाँधी के दो बयानों पर ग़ौर किया जाए तो उससे पता चलेगा कि वो पीएम मोदी से निजी दुश्मनी निकालने जैसे हैं। एक फेल स्टूडेंट हमेशा क्लास के टॉपर से चिढ़ता है।
If we analyse Rahul Gandhi’s two speeches on Rafale, they are based on a personal hatred for the Prime Minister emanating from envy. A failed student always hates the class topper.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
अपने ट्वीट में जेटली ने बैंकों की ख़राब हालत का भी ज़िक्र किया जिसके अनुसार 2008-2014 के बीच बैंकों को लूटा गया और वो हम पर आरोप लगाते हैं कि हमने इंडस्ट्रियल लोन माफ़ किए, जबकि हमने एक रुपया भी माफ़ नहीं किया। वास्तव में अब डिफॉल्टर्स को मैनेजमेंट से बाहर किया जा रहा है, इससे कॉन्ग्रेस के एक और झूठ का पर्दाफ़ाश हुआ।
Those who organised loot on the banks between 2008-2014, started alleging that industrial loans had been waived. Not a single rupee was waived. On the contrary, the defaulters have been thrown out of management & Congress’s falsehood was exposed.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
जेटली ने सर्जिकल स्ट्राइक पर उठाए गए सवालों के जवाब में लिखा कि सरकार और बीजेपी हमेशा सेना के साथ खड़ी है। विपक्ष ने तो आर्मी चीफ़ को सड़क का गुंडा तक कह दिया।
The Govt. & the BJP have consistently stood by our Armed Forces. It is the Opposition which questioned first the existence of the surgical strike and then played it down as a routine action which has also taken place in the past & described Army Chief was as a ‘Sadak ka Gunda’.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
The attack on EVM’s is not merely to allay defeat, it is an attack on the Election Commission. The EVM were introduced into the election process when BJP was nowhere close to power. Multiple parties have won & lost elections held through the EVM. Why attack EVM without evidence.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
It slaughters a cow before the cameras in Kerala, and invokes the National Security Act against the cow killers in Madhya Pradesh. More than any institution it is the country whose interest is paramount.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) February 10, 2019
अपने तमाम ट्वीट के ज़रिए जेटली ने कई मुद्दों का उल्लेख किया। जिसपर आए दिन बेवजह की राजनीति होती रहती है। इन दिनों विपक्ष का काम जनता को असल मुद्दों से भ्रमित करने का है। कभी ईवीएम के नाम पर, कभी गाय की हत्या के बहाने तो कभी जीसटी को लेकर। इन सभी मुद्दों पर कॉन्ग्रेस ख़ुद घिरी हुई है बावजूद इसके वो ऐसा कोई हथकंडा नहीं छोड़ती जिससे केंद्र सरकार को कटघरे में लाया जाए। केंद्र को ग़लत साबित करने की तमाम कोशिशों के बावजूद बीजेपी विपक्ष के सभी झूठे दावों का खंडन करती चली आई है।