Monday, October 7, 2024
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13 लोग ऐसे भी जो घर में सोने आए, लेकिन फिर कभी जगे नहीं: तमिलनाडु में जहरीली शराब से अब तक 56 मौतें, चुप्पी पर कॉन्ग्रेस को नड्डा ने घेरा

भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि यह धंधा पुलिस-प्रशासन की जानकारी में चल रहा था और जब त्रासदी हो गई तो राज्य की DMK-INDI गठबंधन की सरकार इस मामले पर लीपापोती में जुटी हुई है। नड्डा ने इसे 'राज्य प्रायोजित हत्या' बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि घटना के बाद भी राज्य सरकार इस मामले की निष्पक्ष जाँच रोक रही है।

तमिलनाडु के कल्लाकुरुची जिले में जहरीली शराब से हुई 56 मौतों के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कॉन्ग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को एक पत्र लिखा है। नड्डा ने इस मुद्दे पर कॉन्ग्रेस पार्टी की चुप्पी को लेकर हैरानी जताई है और माँग की है है खरगे DMK सरकार पर CBI जाँच के लिए दबाव बनाएँ।

भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने अपने पत्र में लिखा है, “तमिलनाडु के कल्लाकुरिची के करुणापुरम गाँव से जलती हुई चिताओं की भयानक तस्वीरें, जिसमें अब तक 56 लोगों की मौत हो गई
है और लगभग 159 लोग अस्पताल में भर्ती हैं, ने सभी की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया है।”

जेपी नड्डा ने कहा है कि कल्लाकुरुची में घटी यह घटना पूरी तरीके से मानव निर्मित त्रासदी है। उन्होंने कहा कि इस इलाके में कच्ची शराब का यह धंधा लगातार फल फूल रहा था और इस मामले के घटित होने से पहले भी एक आदमी को पकड़ा गया था, जिसके पास कच्ची शराब थी। उसको बाद में छोड़ दिया गया था, इस मामले में वह फिर गिरफ्तार हुआ है।

नड्डा ने कहा कि यह धंधा पुलिस-प्रशासन की जानकारी में चल रहा था और जब त्रासदी हो गई तो राज्य की DMK-INDI गठबंधन की सरकार इस मामले पर लीपापोती में जुटी हुई है। नड्डा ने इसे ‘राज्य प्रायोजित हत्या’ बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि घटना के बाद भी राज्य सरकार इस मामले की निष्पक्ष जाँच रोक रही है।

नड्डा ने कहा कि इस मामले में पुलिस पर पहले ही आरोप हैं और अब जाँच CB-CID कर रही है, ऐसे में निष्पक्ष जाँच की आशा कैसे की जा सकती है। उन्होंने खरगे से माँग की कि वह राज्य सरकार पर दबाव बनाकर आबकारी मंत्री मुथुस्वामी को हटाया जाए औए मामले की जाँच CBI करे, इसके लिए दबाव बनाएँ।

भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने यह भी कहा कि जहाँ यह घटना हुई है, वहाँ बड़ी संख्या में SC आबादी रहती है। ऐसे में उनको न्याय दिलाने के लिए अब केवल शब्दों से काम नहीं चलेगा बल्कि कॉन्ग्रेस को अब काम करना पड़ेगा। उन्होंने खरगे से यह भी कहा है कि वह मुख्यमंत्री स्टालिन से भी घटना स्थल पर जाने को कहें और साथ ही राहुल-प्रियंका गाँधी को इसके लिए तैयार करें।

अपने पत्र में नड्डा ने लिखा है कि इस त्रासदी के बाद भी कॉन्ग्रेस पार्टी ने चुप्पी साध रखी है जिसको लेकर वह स्तब्ध हैं। उन्होंने कॉन्ग्रेस से इसके अलावा दिल्ली शराब घोटाला मामले को लेकर एक्शन लेने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि कॉन्ग्रेस को इस मामले को उठाने की जरूरत है न कि चुप्पी साधने की।

वहीं दूसरी तरफ इस कल्लाकुरुची जहरीली शराब त्रासदी में नए खुलासे भी हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि सरकारी मौतों के आँकड़े 56 के अलावा 13 लोग अपने घर में सोते समय ही काल के गाल में समा गए। इनके घरवालों को बाहर मौतों की खबर देखर शक हुआ और जब यह उन्हें अस्पताल लेकर पहुँचे तब तक देर हो चुकी थी।

गौरतलब है कि बुधवार (19 जून, 2024) को जहरीली शराब पीने के बाद लोग बीमार पड़ना चालू हुए। बताया गया कि इस जहरीली शराब का सेवन करने वाले अधिकांश लोग मजदूर थे और उन्होंने करुनापुरम इलाके से यह कच्ची शराब खरीदी थी। इन्होने यह शराब मंगलवार (18 जून, 2024) को पी थी। इसके बाद इन्हें सांस लेने में तकलीफ, दिखाई ना देना और डायरिया जैसी समस्याएँ होने लगीं। इसके बाद मौतों का आँकड़ा लगातार बढ़ता गया। इस मामले में अभी तक की सूचना के अनुसार 56 लोगों की मौत हो चुकी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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