केरल में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा (BJP) ने कहा है कि यदि वह राज्य की सत्ता में आती है तो ग्रूमिंग जिहाद/लव जिहाद के खिलाफ कानून लाएगी। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन ने कहा कि केरल में राजग गठबंधन के सत्ता में आने पर उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पारित कानून की तर्ज पर धर्मांतरण विरोधी कानून बनया जाएगा।
भाजपा की केरल इकाई के प्रमुख ने कहा, “लव जिहाद एक गंभीर चिंता का विषय है। हिंदू संगठनों के अलावा, ईसाई संगठन और चर्च भी माँग (लव जिहाद के खिलाफ कानून) कर रहे हैं। हम इसे अपने घोषणा-पत्र (आगामी विधानसभा चुनाव के लिए) में शामिल करने की योजना बना रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार की तरह हम भी लव जिहाद के खिलाफ कानून लाएँगे।” बता दें कि केरल में अप्रैल-मई में चुनाव होने वाले हैं।
गौरतलब है कि दिसंबर 2009 में खुद केरल हाईकोर्ट ने सरकार को ‘लव जिहाद’ की रोकथाम के लिए कानून बनाने के लिए कहा था। हाईकोर्ट ने कहा था कि कुछ पुलिस रिपोर्ट्स के हिसाब से ये स्पष्ट है कि लड़कियों के धर्मान्तरण के लिए साजिशन प्रयास किया गया और इसके पीछे कुछ संगठनों का हाथ भी दिख रहा है।
पिछले दिनों केरल में कैथोलिक पादरियों के एक संगठन ने कहा था कि ‘लव जिहाद’ एक वास्तविक समस्या है। केरल के चर्च ने इसके पीछे ISIS का हाथ बताते हुए कहा था कि ‘लव जिहाद’ के जरिए कई महिलाओं का जबरन धर्मान्तरण हो रहा है। केरल के चर्च का कहना था कि कुछ महीनों पहले केरल के जिन 21 लोगों को ISIS में शामिल कराया गया था, उनमें से आधे ईसाई थे। पादरियों का कहना था कि ‘लव जिहाद’ से सांप्रदायिक सद्भाव की भावना को ठेस पहुँच रही है। उनका ये भी आरोप था कि केरल का पुलिस-प्रशासन इस खतरे से निपटने को गंभीर नहीं है।
जब केरल के चर्चों ने ‘लव जिहाद’ को लेकर चर्चा शुरू की तो वामपंथी मीडिया घबरा गया और उसने इसे पादरियों पर ही हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप मढ़ दिया। रवीश कुमार ने लव जिहाद को ‘हिन्दू-मुस्लिम सिलेबस का हिस्सा’ भी बता दिया। रवीश कुमार ने केरल में ‘लव जिहाद’ के एक भी मामले साबित न होने की बात कही तो ‘Scroll’ इसे कंस्पिरेसी थ्योरी बताया।