पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखा है। ये मामला पुलिस कस्टडी में भाजपा कार्यकर्ता मदन घोराई की संदिग्ध मौत से जुड़ा है। उन्होंने लिखा कि पुलिस कस्टडी में प्रताड़ना और मौत का ये एक और मामला है। ये घटना पूर्वी मेदिनीपुर स्थित कनकपुर की है। उन्होंने सीएम ममता को चेताया है कि राज्य में लगातार अराजकता फ़ैल रही है और जनता इससे काफी नाराज है।
उन्होंने लिखा कि न सिर्फ पश्चिम बंगाल, बल्कि यहाँ से बाहर के लोग भी इससे नाराज हैं। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे अक्टूबर 8, 2020 को एक सिख बलविंदर सिंह के साथ पश्चिम बंगाल पुलिस ने ज्यादती की, जिसके बाद उनकी पगड़ी खुल गई है और ये पूरे देश में आक्रोश का विषय बना। उन्होंने राज्य में लगातार हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों के लिए सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इन सबके बावजूद किसी भी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई नहीं की गई।
उन्होंने कहा कि उनके द्वारा कई बार चेताने और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद राज्य में जिस तरह से राजनीतिक बदले की भावना से मानवाधिकार उल्लंघन हो रहा है, क़ानून के राज के अनुरूप नहीं है। उन्होंने याद दिलाया कि सालों पहले सुप्रीम कोर्ट ने कस्टडी के लिए कुछ नियम-क़ानून तय किए थे। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा राजनीतिक दुर्भावना से हो रही ऐसी वारदातों के कारण लोकतंत्र का मजाक बन कर रह गया है।
West Bengal Governor writes to the CM over custodial death of one Madan Ghorai.
— ANI (@ANI) October 18, 2020
The letter reads “There is outrage at such lawlessness in state & outside, & consequent to Oct 8 police excess Balwinder Singh is already poster boy for blatant human rights violations in the state” pic.twitter.com/mi17QMLknG
राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भाजपा कार्यकर्ता की पुलिस कस्टडी में मौत के मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से कहा कि वो अपनी शपथ को याद करें और जल्द क़ानून का राज स्थापित करें। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना से विपक्षियों के खिलाफ षड्यंत्र करने की भी कई बातें सामने आ रही हैं। राज्यपाल ने कहा कि उन्होंने डीजीपी से भी ये बात कही लेकिन मुख्यमंत्री उनके बचाव में खड़ी हो गईं। अब उन्होंने सीधे सीएम को पत्र लिखा है।
हाल ही में भाजपा नेता प्रियांगु पांडेय के सुरक्षा गार्ड बलविंदर सिंह पर हमला हुआ था, जब पश्चिम बंगाल पुलिस ने गुरुवार को कोलकाता की सड़कों पर भाजपा कार्यकर्ताओं को बेरहमी से पीटा और बड़े पैमाने पर लाठीचार्ज किया गया था। भाजपा युवा मोर्चा और बीजेपी कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल में हो रहे राजनीतिक हत्याओं के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे। बलविंदर सेना में भी रहे हैं। उनकी पिटाई और पगड़ी खोलने का वीडियो सामने आने के बाद काफी रोष देखने को मिला।