हाल ही में क्लबहाउस की एक बातचीत तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुई जहाँ वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह यह कहते हुए सुने गए कि अनुच्छेद 370 को खत्म करना और जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा छीनना दुःखद है और कॉन्ग्रेस इस पर पुनर्विचार करेगी। इस पर उनके ही छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने कहा कि अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करना संभव नहीं है।
हालाँकि इस क्लबहाउस ऑडियो के वायरल हो जाने के बाद से ही कॉन्ग्रेस बैकफुट पर नजर आ रही है और उसके नेता किसी भी तरीके से दिग्विजय सिंह का बचाव नहीं कर पा रहे हैं। कई कॉन्ग्रेस नेता इसे दिग्विजय सिंह की निजी राय बता रहे हैं। इस मामले पर भाजपा लगातार दिग्विजय सिंह पर प्रश्न उठा रही है लेकिन मध्य प्रदेश राज्य इकाई समेत पूरी कॉन्ग्रेस पार्टी, भाजपा के आरोपों पर खुलकर जवाब नहीं दे पा रही है।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं केन्द्रीय कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने ट्वीट करके कॉन्ग्रेस से इस मामले पर अपना पक्ष साफ करने की माँग की। उन्होंने कहा, “अनुच्छेद 370 के विषय में जो भी दिग्विजय सिंह ने कहा, कॉन्ग्रेस उस पर अब भी चुप्पी साधे हुए है। क्या कॉन्ग्रेस अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल करना चाहती है? कॉन्ग्रेस अपनी मंशा साफ करे।“ उन्होंने यह भी कहा कि जब अनुच्छेद 370 को समाप्त किया जा रहा था तब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लोगों से बेहतर प्रशासन का वादा किया गया था। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जिस तेजी से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख सुदूर इलाकों में भी Covid-19 टीकाकरण तेजी से चल रहा है, वह बेहतर प्रशासन की ही निशानी है।
While abrogating Article 370, good governance was promised both in J&K and Ladakh. The speed with which vaccination against COVID19 is going on even in the remotest parts of J&K and Ladakh is a sign of pro-people good governance.
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) June 13, 2021
हालाँकि दिग्विजय सिंह के बयान पर कॉन्ग्रेस के ही कई नेता नाराज दिखाई दे रहे हैं। दैनिक जागरण की खबर के अनुसार नाम न छापने की शर्त पर कॉन्ग्रेस के कई नेताओं का मानना है कि दिग्विजय सिंह का यह बयान कॉन्ग्रेस को नुकसान पहुँचाने वाला है। पार्टी नेताओं का यहाँ तक मानना है कि सिंह पर कार्रवाई की जानी चाहिए जिससे इस तरह की प्रवृत्ति पर रोक लगाई जा सके।
हालाँकि खुद दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने भी दिग्विजय सिंह के बयान का विरोध किया है। 5 बार सांसद रह चुके लक्ष्मण सिंह ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में अब अनुच्छेद 370 को फिर से लागू करना अब संभव नहीं है। लक्ष्मण सिंह के ट्वीट से यह अंदाज लगाया जा सकता है कि दिग्विजय सिंह ने अपने बयान से कॉन्ग्रेस के लिए एक नई मुसीबत खड़ी कर दी है।
ज्ञात हो कि राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह देश-विदेश के कुछ पत्रकारों से वर्चुअली बात कर रहे थे। इस दौरान पाकिस्तानी पत्रकार शाहजेब जिल्लानी ने अनुच्छेद-370 से जुड़ा एक सवाल कॉन्ग्रेस महासचिव से पूछा था। इस पर जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा था कि अनुच्छेद-370 को रद्द करना और जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा कम करना अत्यंत दुखद निर्णय है। हमें निश्चित रूप से इस मुद्दे पर फिर से विचार करना होगा।