Sunday, May 25, 2025
Homeराजनीतिकैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वीकार की सिद्धू की चुनौती: जहाँ से 10 बार जीत...

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वीकार की सिद्धू की चुनौती: जहाँ से 10 बार जीत चुके हैं पति-पत्नी, वहीं से लड़ेंगे विधानसभा चुनाव

पंजाब में अकाली दल और कॉन्ग्रेस के बीच ही अब तक मुख्य लड़ाई होती रही है, लेकिन पिछले चुनावों में AAP की एंट्री के बाद यहाँ की राजनीति में तीन मोर्चे हो गए हैं। अब भाजपा द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने और कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी के साथ गठबंधन के संकेतों के बाद चौथा मोर्चा उभरते भी दिख रहा है।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि वो पटियाला से ही विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। बता दें कि पटियाला उनका गढ़ है और 2002, 2007 और 2012 में जीत कर उन्होंने यहाँ से हैट्रिक लगाई थी। 2017 में उन्होंने फिर यहीं से विधानसभा चुनाव लड़ा और मुख्यमंत्री बने। बीच में 2014 में हुए उपचुनाव में उनकी पत्नी प्रणीत कौर ने जीता था। उनकी पत्नी पटियाला लोकसभा क्षेत्र से 1999, 2004 और 2009 में जीत की हैट्रिक लगा चुकी हैं।

2019 में भी प्रणीत कौर ने ही पटियाला लोकसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की, ऐसे में फ़िलहाल वहाँ की लोकसभा और विधानसभा, दोनों सीटों पर पति-पत्नी का ही कब्ज़ा है। 1980 में भी कैप्टन अमरिंदर सिंह को पटियाला ने ही पहली बार सांसद बनाया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐलान किया, “पिछले 400 वर्षों से पटियाला हमारे साथ रहा है नवजोत सिंह सिद्धू की वजह से मैं इसे नहीं छोड़ूँगा।” इस साल नवजोत सिंह सिद्धू ने चुनौती दी थी कि वो पटियाला से उनके सामने चुनावी मैदान में उतर कर दिखाएँ।

नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब में कॉन्ग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं। पंजाब में अकाली दल और कॉन्ग्रेस के बीच ही अब तक मुख्य लड़ाई होती रही है, लेकिन पिछले चुनावों में AAP की एंट्री के बाद यहाँ की राजनीति में तीन मोर्चे हो गए हैं। अब भाजपा द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने और कैप्टन अमरिंदर सिंह की नई पार्टी के साथ गठबंधन के संकेतों के बाद चौथा मोर्चा उभरते भी दिख रहा है। ऐसे में कॉन्ग्रेस की बेचैनी बढ़नी तय है। कैप्टन अमरिंदर सिंह पटियाला राजपरिवार का हिस्सा हैं और उनके पूर्वज यहाँ राज़ करते थे।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, “ये ख़ुशी की बात है कि तीनों कृषि कानूनों को ख़त्म किया गया। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद। झगड़ा इन्हीं कानूनों को लेकर हुआ था। बाकी माँगों के लिए बैठ कर बात करनी पड़ेगी, वरना ये कभी ख़त्म नहीं होगा। पीएम और उनकी टीम के साथ बैठ कर या कमिटी बनवा कर किसान आगे बढ़ें। अब किसान वहाँ क्यों बैठे हुए हैं? अपने घर में जाकर ख़ुशी मनाएँ। मैं अमित शाह को कह कर आया हूँ कि किसानों वाला मसला ख़त्म होने के बाद उनकी नई पार्टी भाजपा के साथ सीट शेयरिंग पर बात करेगी।”

बता दें कि सिद्धू लगातार अब भी विवादों में बने हुए हैं। करतारपुर साहिब पहुँचे पंजाब कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपना बड़ा भाई बता डाला। उन्होंने कहा कि इमरान खान ने उनके ‘बड़े भाई’ की तरह हैं और उन्होंने उन्हें काफी प्यार दिया है। हाल ही में इमरान खान की सरकार ने भी करतारपुर कॉरिडोर खुलने में नवजोत सिंह सिद्धू की भूमिका बताते हुए उनकी तारीफ़ की थी। 2018 में नवजोत सिंह सिद्धू इस्लामाबाद में इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में हिस्सा लेने भी पहुँचे थे।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘लव जिहादी’ पत्रकार उमर राशिद के खिलाफ NHRC ने लिया स्वत: संज्ञान, ‘द वायर’ से भी कई सवालों के जवाब माँगे: पीड़िता ने किया...

एनएचआरसी ने पत्रकार उमर राशिद पर लगे बलात्कार, दुर्व्यवहार और धार्मिक अपमान के आरोपों का स्वत: संज्ञान लेते हुए स्पष्टीकरण माँगी।

नेट FDI में गिरावट पर कॉन्ग्रेस और मीडिया ने फैलाया भ्रम: जानें 2014 से 2025 के बीच कैसे मजबूत हुई भारतीय अर्थव्यवस्था, मोदी सरकार...

ऐसे दिखाया जा रहा है जैसे भारत में FDI का गिरना मतलब मोदी सरकार की नीतियों में बड़ी गड़बड़ी है जिसके कारण विदेशी कंपनियाँ अब विश्वास नहीं कर रहीं। हालाँकि सच क्या है आइए जानें...
- विज्ञापन -