उत्तर प्रदेश में कॉन्ग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट की खबर सामने आ रही है। इटावा में कॉन्ग्रेस नेताओं की बैठक हो रही थी। इस दौरान किसी बात को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद बैठक में जमकर मारपीट हो गई। नेता एक दूसरे पर जूता और चप्पल चलाने लगे।
कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं की बैठक के दौरान हुई भिड़ंत में बीच-बचाव करने आए जिलाध्यक्ष के भी कपड़े तक फट गए। बताया जा रहा है कि शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे और पूर्व युवा अध्यक्ष अरुण यादव के बीच किसी बात पर बहस हो गई। बहस सुनकर दोनों तरफ से समर्थक आ गए और बहस हो गई।
लेकिन बात बहस पर रूकी नहीं। दोनों ओर से जमकर लात जूते चल गए। बीच बचाव में कॉन्ग्रेस जिलाध्यक्ष मलखान सिंह यादव समेत अन्य नेताओं के कुर्ते भी फट गए। पुलिस ने मौके पर पहुँच कर मामला शांत कराया।
कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं का नेताओं के प्रति अंदर दबा गुस्सा अब बाहर आने लगा है। इसकी ही बानगी बुधवार (जून 10, 2020) को इटावा पार्टी कार्यालय में देखने को मिली। नगर पालिका स्थित जिला कॉन्ग्रेस कार्यालय में महारसोई संचालन को लेकर कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए और जमकर लात जूते चले। दोनों पक्षों ने तहरीर दी है। अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है।
जानकारी के मुताबिक शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे ने अरुण यादव को गुंडा बताया और जान से मारने की नियत से हमला करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने अरुण यादव पर 2000 रुपए और मोबाइल छीनने का भी आरोप लगाया। वहीं अरुण यादव ने भी पल्लव दुबे पर आरोप लगाया कि उन्हें दो दिन पहले धमकी दी गई थी और उन पर जान से मारने की नीयत से हमला किया गया था। उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की माँग की है और पार्टी में गुटबाजी का भी आरोप लगाया है।
इसके साथ ही बताया जा रहा है कि इस विवाद की एक वजह यह भी हो सकती है कि चार दिन पहले कॉन्ग्रेस हाईकमान ने युवा जिलाध्यक्ष जितेंद्र यादव को पद से हटा दिया था। इसको लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं में मतभेद चल रहा था।
इस संबंध में जितेंद्र यादव ने शहर अध्यक्ष पल्लव दुबे पर टिप्पणी की थी। जिसके बाद से पल्लव दुबे को शक है कि अरुण यादव ने उनके खिलाफ साजिश की है। इसी को लेकर दोनों के समर्थकों के बीच मतभेद चल रहा था, जिसका गुबार बुधवार को फूट पड़ा। कॉन्ग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने पार्टी को मजबूत करने के लिए नेताओं को निर्देश दिया है, लेकिन नेता मारपीट में उलझे हुए हैं।