Thursday, April 25, 2024
HomeराजनीतिVideo: हार की समीक्षा के लिए इकट्ठा हुए थे कॉन्ग्रेसी, आपस में ही भिड़...

Video: हार की समीक्षा के लिए इकट्ठा हुए थे कॉन्ग्रेसी, आपस में ही भिड़ पड़े

आज की समीक्षा बैठक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिले की थी। सिंधिया और राजबब्बर ने 10 जिले के प्रत्याशियों, पूर्व विधायक, पूर्व सांसदों और पदाधिकारियो की समीक्षा बैठक बुलाई थी। अगली बैठक 14 जून को लखनऊ में होगी।

कॉन्ग्रेस के अंदर उठा-पटक थमने का नाम नहीं ले रही है। बाहर चाहे कुछ भी खबरें हों, लेकिन मीडिया में सामने आ रही कुछ निंदनीय घटनाएँ ये बताती हैं कि अंदरूनी मनमुटाव तो जारी है। दरअसल, लोकसभा चुनावों में यूपी में कॉन्ग्रेस की हार की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई गई। इस बैठक में कॉन्ग्रेस के कई नेता इकट्ठा हुए। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस बैठक में पश्चिम यूपी के कॉन्ग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।

बैठक दिल्ली के गुरुद्वारा रकाबगंज परिसर में हो रही थी। लेकिन पहले कॉन्ग्रेस नेता परिसर के अंदर आपस में भिड़े और ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भी वहीं उनकी तू-तू मै-मैं हो गई। हालाँकि, जब कॉन्ग्रेस नेताओं से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये उनका आंतरिक मामला है। कॉन्ग्रेस नेता सिर्फ बैठक में ही नहीं बल्कि परिसर के बाहर भी एक दूसरे से बहस करते दिखाई दिए। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है

कॉन्ग्रेस नेता सिर्फ परिसर के अंदर ही नहीं भिड़े बल्कि परिसर के बाहर भी एक दूसरे से भिड़ते दिखे और बैठक के बाद कैम्पस में जमकर हंगामा हुआ। इस वीडियो में लोकसभा चुनाव में गाजियाबाद लोकसभा सीट से कॉन्ग्रेस उम्मीदवार डॉली शर्मा के पिता और शहर कॉन्ग्रेस अध्यक्ष नरेंद्र भारद्वाज पार्टी के गाजियाबाद जिला अध्यक्ष हरेंद्र कसाना के साथ उलझते देखे गए।

आज की समीक्षा बैठक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 10 जिले की थी। सिंधिया और राजबब्बर ने 10 जिले के प्रत्याशियों, पूर्व विधायक, पूर्व सांसदों और पदाधिकारियो की समीक्षा बैठक बुलाई थी। अगली बैठक 14 जून को लखनऊ में होगी।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इंदिरा गाँधी की 100% प्रॉपर्टी अपने बच्चों को दिलवाने के लिए राजीव गाँधी सरकार ने खत्म करवाया था ‘विरासत कर’… वरना सरकारी खजाने में...

विरासत कर देश में तीन दशकों तक था... मगर जब इंदिरा गाँधी की संपत्ति का हिस्सा बँटने की बारी आई तो इसे राजीव गाँधी सरकार में खत्म कर दिया गया।

जिस जज ने सुनाया ज्ञानवापी में सर्वे करने का फैसला, उन्हें फिर से धमकियाँ आनी शुरू: इस बार विदेशी नंबरों से आ रही कॉल,...

ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को कुछ समय से विदेशों से कॉलें आ रही हैं। उन्होंने इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखकर कंप्लेन की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe