सीपीएम के पोलित ब्यूरो के सदस्य और पूर्व सांसद ए विजयराघवन अपने सेक्सिस्ट (लिंगभेदी) बयान पर अड़े हुए हैं, जिसमें उन्होंने पत्रकारों के पहनावे और लिपस्टिक लगाने को लेकर टिप्पणी की थी। यह घटना केरल के त्रिशूर में गुरुवार (10 अक्टूबर 2024) को हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सामने आई।
ऑन मनोरमा की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व सांसद विजयराघवन ने हाल ही में नीलांबूर में आयोजित एक सीपीएम सार्वजनिक बैठक में कहा था, “जो पत्रकार अच्छे कपड़े पहनते हैं, वे झूठ बोलते हैं। अच्छे शर्ट और पैंट पहनने वालों और लिपस्टिक लगाने वालों से सावधान रहना चाहिए।”
जब एक महिला पत्रकार ने उनके इस विवादित बयान पर सवाल किया, तो विजयराघवन ने उसे प्यार भरी टिप्पणी बताते हुए कहा, “यह तो पत्रकारों के प्रति प्रेम से की गई टिप्पणी थी।” हालाँकि, सवाल पर जोर देने के बाद उन्होंने इस मामले को डायवर्ट करने की कोशिश और पूछा, “आपको लिपस्टिक से इतनी परेशानी क्यों है? क्या लिपस्टिक कोई गलत शब्द है?”
पत्रकारों ने जब उन्हें घेरा, तो उनका लहजा बदल गया और उन्होंने कहा, “आमतौर पर आप लोग हमारे बारे में काफी कुछ कहते हैं, तो बदले में आपको भी कुछ सुनने के लिए तैयार रहना चाहिए। मीडिया भी झूठ बोलकर लोगों को गुमराह कर सकता है, और ऐसे मामलों में उनके पहनावे और शब्दों का असर होता है।”
इस बयान के बाद से विजयराघवन की आलोचना हो रही है, खासकर उनके महिलाओं के पहनावे पर की गई टिप्पणी को लेकर, जिसे लिंगभेदी और अपमानजनक माना जा रहा है। बता दें कि विजयराघवन लोकसभा और राज्यसभा के भी सदस्य रह चुके हैं। वो सीपीएम के पोलित ब्यूरो के सदस्य भी हैं।