तिब्बत के सर्वोच्च धर्मगुरु दलाई लामा ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को लेकर बड़ा खुलासा किया है। चीन हमेशा से भारत को समय-समय पर परेशान करता रहा है। 1962 के भारत-चीन युद्ध में भारत को हार मिली थी। दलाई लामा ने चीन और भारत के प्रधानमंत्रियों को लेकर अपनी बात रखी।
दलाई लामा ने ये बातें दैनिक भास्कर को दिए गए इंटरव्यू में कही। लाल बहादुर शास्त्री के बारे में दलाई लामा ने बताया कि जब वह उनसे मिले तब तत्कालिन पीएम शास्त्री चीन से सख्ती से निपटने पर विचार कर रहे थे। अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में दिलचस्प वाकया सुनाते हुए दलाई लामा ने कहा कि जब वे उनसे बातचीत कर रहे थे तब वाजपेयी को झपकी आई थी। लेकिन दलाई लामा ने जैसे ही पाकिस्तान का नाम लिया, वाजपेयी नींद से उठ कर चौकन्ने हो गए और ध्यान से बातें सुनने लगे।
दलाई लामा ने बताया कि चीन भी अब समझ गया है कि उसकी पुरानी नीति सफल नहीं होगी। इसीलिए वह जिस तिब्बती परंपरा को अपना बताता था, उसे अब नालंदा का मानने लगा है। दलाई लामा ने ख़ुद को भारत का बेटा बताते हुए कहा कि वे दिमागी रूप से कई आधुनिक भारतीयों से भी ज्यादा भारतीय हैं। उन्होंने खुलासा किया कि कई चीन के नागरिक भी भारत को महानतम लोकतंत्र बताते हैं।