दिल्ली में हुए नगर निगम चुनावों (MCD) के शुरुआती रुझान आने शुरू हो गए हैं। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) की आम आदमी पार्टी (AAP) आगे चलती दिख रही है, लेकिन साथ में उनके दावों की पोल भी खोल रही है। सीएम केजरीवाल ने दावा किया था कि MCD के चुनाव में भाजपा को 20 से भी कम सीटें आएँगी।
राजनीति में इस तरह के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ इस तरह के दावे सिर्फ आम आदमी पार्टी ही करती है। MCD में भाजपा की बहुमत है वाली सरकार है। ऐसे में सिर्फ 20 सीटें देकर सीएम केजरीवाल दरअसल हवा हवाई बातें ही कर रहे थे।
ABP न्यूज चैनल के एक शो के दौरान सीएम केजरीवाल ने बहुत विश्वास के साथ लिखकर दिया था कि MCD में भाजपा को कितनी सीटें मिलेंगी। उन्होंने एक कागज पर लिखने हुए कहा था, “MCD के चुनाव में BJP की 250 में से 20 से भी कम सीट आएँगी। ये मैं कोई हवा में बात नहीं कर रहा हूँ।”
कौन कौन ताली बजा रहा था ? .. फिर पकड़े गये AAP के नेता ..
— Neelkant Bakshi 🇮🇳 (@neelkantbakshi) December 7, 2022
बीजेपी को 250 में से 20 सीट देने वाले केजरीवाल जी की बात पर कौन भरोसा करेगा ? pic.twitter.com/aMdgEOSxDS
सीएम केजरीवाल ने सिर्फ MCD चुनाव ही नहीं, गुजरात चुनाव को लेकर भी लिखकर दिया था कि ये दोनों चुनाव भाजपा हार रही है। उन्होंने दावा किया था कि भाजपा को लेकर दिल्ली और गुजरात में जबरदस्त गुस्सा है। हालाँकि, गुजरात के दावे का पता 8 नवंबर 2022 को चलेगा, लेकिन MCD को लेकर उनका किया गया दावा फुस्स होता नजर आ रहा है।
MCD चुनावों की जारी मतगणना में सीएम केजरीवाल द्वारा लिखकर किए गए दावे पूरी तरह बेकार साबित हो चुके हैं। शुरुआती रुझान में भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच काँटे की टक्कर दिख रही है। इसमें भाजपा को अभी तक 104 सीटें मिलती दिख रही हैं, जिनमें वह 82 पर जीत हासिल कर चुकी है और 22 सीटों पर वह आगे है।
वहीं, आम आदमी पार्टी 99 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और 33 सीटों पर आगे चल रही है। इस तरह वह कुल 133 सीटों पर आगे दिख रही है। अगर कॉन्ग्रेस की बात करें तो वह 5 सीटें जीत चुकी है और 6 सीटों पर आगे चल रही है।
ये सारे आँकड़े स्टोरी लिखे जाने तक के हैं। इस तरह भाजपा और AAP में अभी तक स्पष्ट बहुमत किसी को नहीं मिला है, लेकिन रुझानों में AAP को जीत मिलती दिख रही है। बता दें कि MCD में बहुमत के लिए 126 के आँकड़ा पार करना जरूरी है।