नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में हुए हिन्दू-विरोधी दंगों के दौरान ऑपइंडिया की टीम जब ग्राउंड जीरो पर कवरेज के लिए पहुँची, तब वहाँ हमें हिन्दुओं की दुर्दशा के बारे में ज्ञात हुआ। शिव विहार चौक से थोड़ी ही दूर एक नाले पास हमें वो सच्चाई दिखी, जो दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार के दावों को खोखला साबित करती है। शिव विहार, गोविन्द विहार और महालक्ष्मी इन्क्लेव सहित आसपास के इलाक़ों के क़रीब 20 हज़ार हिन्दू पिछले 8 सालों से (कुछ के मुताबिक 20 वर्षों से) एक ऐसी परेशानी का सामना कर रहे हैं, जिसे शब्दों में बयाँ करना मुश्किल है लेकिन हम यहाँ आप तक एक-एक डिटेल पहुँचाएँगे।
एक बड़ा सा नाला। नाले के बीच से गोविन्द विहार की एक गली की तरफ जाती हुई सड़क। उस सड़क के दोनों तरफ उस बड़े से नाले का मुँह खुलता है। शाम के 6 बजते ही वहाँ एक जमावड़ा लगता है। महिलाओं का, बच्चों का और कुछ युवकों का। कुछ पास से आए होते हैं तो कुछ दूर से। सब अपने हाथों में बाल्टी, कंटेनर या डब्बे लेकर आए होते हैं, जिनमें वो पानी भरते हैं। उस नाले में खुलता है दो पाइपों का मुँह, जिनसे पानी सीधा नाले में ही गिरता है। वहाँ महिलाओं को बैलेंस बना कर पानी भरना पड़ता है।
थोड़ा सा इधर-उधर हुआ तो वो महिलाएँ गिर सकती हैं, नाले में। जब लोग वहाँ पानी भर रहे होते हैं, तो उनका आधा कंटेनर या बर्तन उस नाले में डूबा होता है, जिसमें मल-मूत्र सहित न जाने क्या-क्या गंदगियाँ रहती होंगी। ये दृश्य उन हिन्दुओं पर तरस खाने को मजबूर कर देता है। अगर आप दिल्ली से दूर देश के किसी अन्य हिस्से में रहते हैं और आपके इलाक़े में पानी की कमी नहीं है तो ये दृश्य आपको दो सीख देता है। पहला ये है कि पानी का महत्व समझें। दूसरा ये कि अगर ‘फ्री पानी’ बोल कर कोई नेता चुनाव जीत जाता हो तो इसका मतलब ये नहीं है कि उसने पानी की व्यवस्था सुधार दी है। वो झूठ बोल कर लोगों को ठग रहा भी हो सकता है।
आप सोच रहे होंगे कि हम यहाँ बार-बार हिन्दुओं की बातें क्यों कर रहे हैं? हम यहाँ ‘आम जनता’ क्यों नहीं लिख रहे? यही तो पेंच है। करावल नगर का वो इलाक़ा मुस्तफाबाद में आता है। वहाँ के नव-निर्वाचित विधायक हैं आम आदमी पार्टी के हाजी यूनुस। दिल्ली की सत्ताधारी दल के उस नेता के बारे में लोग कहते हैं कि हालिया हुए दंगों में उनका भी हाथ है और वो ताहिर हुसैन का नजदीकी है। हाजी यूनुस से लोग नाराज़ नज़र आए और कहा कि उसे मुस्लिम ध्रुवीकरण कर के जीत हासिल की है और अब वो हिन्दू मतदाताओं से ‘बदला’ ले रहा है, क्योंकि उसका सोचना है कि उसे हिन्दुओं ने वोट नहीं दिया।
मुस्तफाबाद विधानसभा क्षेत्र का इलाका, जहाँ 20,000 हिन्दू परिवार नाले के पास से भरता है पानी। महिलाएँ दूर-दूर से आती हैं।
— Anupam K Singh ?? (@anupamnawada) February 29, 2020
यहाँ का विधायक AAP नेता हाजी यूनुस है। मुस्लिमों की बस्तियों में टंकी लगी हुई है
लोग कहते हैं, Ex BJP MLA @JagdishMLA सबके लिए टैंकर लगवाते थे।@OpIndia_in pic.twitter.com/AGhYQObF8d
हमने देखा कि उस गंदे नाले के पास एक भी मुस्लिम व्यक्ति पानी भरने नहीं आया था। हमें वहाँ उपस्थित लोगों से ये सवाल पूछा? उन्होंने बताया कि मुस्लिम बस्तियों में पानी की व्यवस्था अच्छे तरीके से की गई है और उन्हें टैंकर भी उपलब्ध कराए जाते हैं। उनके इलाक़ों में टंकी लगी हुई है। कर्फ्यू लगे होने और माहौल तनावपूर्ण होने के कारण हम मुस्लिम बहुल मोहल्लों में इसकी पुष्टि करने तो नहीं गए, लेकिन आसपास के अन्य लोगों ने भी बताया कि उनके लिए पानी की व्यवस्था दुरुस्त रूप से की गई है।
हमें क्या क्या पता चला: आम आदमी पार्टी के विधायक हाजी यूनुस ने मुस्लिम इलाक़ों में पानी की उपलब्धता की बेहतर व्यवस्था की है। 20 हज़ार के क़रीब हिन्दू नाले के पास जाकर पानी भरने को विवश हैं। इस दौरान महिलाओं के नाले में गिरने का ख़तरा लगा रहता है। लोग दूर-दूर से वहाँ पानी भरने आते हैं।
इन महिलाओं की व्यथा सुनिए। ये कह रही हैं कि AAP विधायक हाजी यूनुस उनके लिए पानी की व्यवस्था नहीं कर रहा है, जिससे 20,000 हिन्दू बेहाल हैं।
— Anupam K Singh ?? (@anupamnawada) February 29, 2020
नाले के पास फोड़ कर पानी निकालते हैं हिन्दू। इन्हें प्यासा क्यों मार रही है केजरीवाल सरकार? ध्यान से देखें, सुनें।@OpIndia_in @Ravibhu09 pic.twitter.com/N11JAOcRQ2
इसके अलावा अन्य बातें भी हैं, जो चौंकाने वाली हैं। उस नाले में लगी पाइपों में भी पानी बस दिन भर में एक घंटे के लिए आता है। अगर उस एक घंटे में आपने पानी नहीं भरी तो आपको पूरे 1 दिन बिना पानी के रहना होगा। यानी, एक परिवार को 1 दिन बगैर पानी के रहना होगा या फिर कहीं और से पानी का इंतजाम करना होगा, अगर उन्होंने उस 1 घंटे में पानी नहीं भरा तो। ऐसे फ्री पानी का क्या फायदा? ऐसा नहीं है कि वहाँ के हिन्दुओं की पिछले 8 सालों से लगातार यही स्थिति है। जब भाजपा के जगदीश प्रधान यहाँ से विधायक थे तो ऐसा हाल नहीं था।
महिलाएँ बताती हैं कि जगदीश प्रधान जब यहाँ से विधायक बने, तब वो बिना जाति-धर्म का भेदभाव किए हुए अपने दफ्तर के बाहर टैंकर लगवा दिया करते थे। वहाँ से हिन्दू और मुस्लिम, दोनों धर्मों के लोग पानी भर लिया करते थे। जगदीश प्रधान अब विधायक नहीं हैं। लेकिन, इलाक़े के लोग उन्हें याद करते हुए कहते हैं कि उनके हारते ही अब हिन्दुओं को फिर नाले में झुक कर पानी भरना पड़ रहा है। जब ऑपइंडिया की टीम वहाँ पहुँची, तो उन्हें उम्मीद जगी कि मीडिया अब उनकी आवाज़ उठाएगी। सब यही पूछा रहे ये ख़बर कब आएगी?
इसी उम्मीद को लेकर हम ये ख़बर आप तक पहुँचा रहे हैं। सत्ताधारी दल के विधायक पर तो पक्षपात का आरोप है ही, भाजपा और कॉन्ग्रेस के नेताओं को भी वहाँ जाकर लोगों से बात करनी चाहिए और उस नाले के पास पानी भरने से हिन्दुओं को मुक्ति दिला कर उनके लिए चुस्त-दुरुस्त व्यवस्था करनी चाहिए। हमने 2 विडियो के साथ-साथ तस्वीरों को भी संलग्न किया है, जिसमें वो महिलाएँ और आम जन अपना दुख-दर्द सुना रहे हैं। आप भी सुनिए, आवाज़ उठाइए।