प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ह्यूस्टन में हुए ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम की तारीफ़ करने वाले मिलिंद देवड़ा ने ट्विटर पर एक वीडियो अपलोड किया है। इसमें उन्होंने लिखा कि जो नेता पार्टी हित को देशहित से पहले रखते हैं वे देश के लिए सबसे ज़्यादा ख़तरनाक हैं।
During an @iimunofficial meet yesterday, I was asked about @narendramodi ji’s gracious acknowledgement of my father’s diplomatic efforts & the controversy thereafter.
— Milind Deora मिलिंद देवरा (@milinddeora) September 26, 2019
My reply – politicians who fail to put national interest before party interest do a great disservice to India! pic.twitter.com/vpzXCLcQAN
इसके अलावा अपलोड किए गए वीडियो में उन्होंने कहा कि कोई भी चाहे वो बीजेपी में हो या कॉन्ग्रेस में हो या फिर किसी क्षेत्रीय पार्टी में हो, जो कोई भी इससे अलग सोचता है, देश के लिए सबसे अधिक ख़तरनाक है। उन्होंने कहा,
“मुझे गर्व है कि मैं जब संसद पहुँचा तो वहाँ पर अटल बिहारी वाजपेयी जैसे बड़े नेता थे, सोमनाथ चटर्जी स्पीकर थे। मुझे गर्व है कि जब मैं संसद पहुँचा तो मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री थे। यह सभी बड़े नेता थे, वे पार्टी से अलग जा सकते थे।”
दरअसल, मिलिंद देवड़ा उस बात को लेकर चर्चा में आए गए हैं, जब सोमवार (23 सितंबर) को उन्होंने अमेरिका में आयोजित ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम की तारीफ़ कर दी थी। तब उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन भारत की बौद्धिक और सांस्कृतिक ताक़त (सॉफ़्ट पॉवर डिप्लोमेसी) को दर्शाता है।
मिलिंद देवड़ा द्वारा की गई इस तारीफ़ पर आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “आपने मेरे मित्र स्वर्गीय मुरली देवड़ा जी की अमेरिका के साथ मज़बूत संबंधों के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए बिल्कुल सही कहा है। वह दोनों देशों के बीच संबंधों को मज़बूत होता देखकर वाकई बहुत ख़ुश होते।”
Thank you @milinddeora.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 23, 2019
You are absolutely correct when you highlight my friend, late Murli Deora Ji’s commitment to strong ties with USA. He would have been really glad to see the strengthening of ties between our nations.
The warmth and hospitality of @POTUS was outstanding. https://t.co/eyP1D3xRJo
इस पर मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट कर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। उन्होंने ट्वीट किया कि मुरलीभाई ने भारत और अमेरिका में सभी सरकारों के साथ काम किया और हमारे देशों के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए काम किया। दिलचस्प बात यह है कि मिलिंद का यह बयान उनकी पार्टी से अलग है।