पाँचों राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव का नतीजा आ गया है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी ने वापसी की तो वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत हुई। 10 मार्च को हुए मतगणना ने पहले AAP के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पंजाब मामले के सह प्रभारी राघव चड्डा का बड़ा बयान सामने आया था। मोहाली में पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में राघव चड्डा ने कहा कि एक्जिट पोल के अनुसार, आम आदमी पार्टी एक राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर उभर कर आई है। भविष्य में आम आदमी पार्टी कॉन्ग्रेस की जगह लेगी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 2024 में भाजपा के खिलाफ एक चुनौती के तौर पर उभरेंगे।
जब आम आदमी पार्टी के बीजेपी के खिलाफ उतरने की बात हो रही है तो आइए एक नजर डालते हैं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गोवा में उनकी क्या स्थिति रही। सबसे पहले बात करते हैं उत्तर प्रदेश की। प्रदेश विधानसभा चुनावों में भाजपा की लहर के आगे इस बार भी विरोधियों और विपक्ष की एक नहीं चली। इसी के चलते भाजपा एक बार फिर अकेले अपने दम पर 403 में से 255 सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार सरकार बनाने जा रही है। वहीं, पंजाब में करामात करने वाली आम आदमी पार्टी का यूपी में खाता भी नहीं खुला।
AAP ने यूपी चुनाव में 350 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे थे। खलीलाबाद सीट पर पूर्व सांसद भालचंद्र यादव के बेटे सुबोध यादव से पार्टी को काफी उम्मीदें थी लेकिन वह पाँचवें नंबर पर खिसक गए। यहाँ AAP के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी रैली की थी। पार्टी को कुल 0.38 प्रतिशत वोट मिले हैं, जो कि नोटा (0.69) से भी कम है। कानपुर में 10 में से 7 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई।
वहीं उत्तराखंड की बात करें तो यहाँ आम आदमी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे कर्नल अजय कोठियाल अपनी सीट भी नहीं बचा सके। वह उत्तराखंड की गंगोत्री विधानसभा सीट से अपना चुनाव हार गए। उनकी जमानत जब्त हो गई। उत्तराखंड में पार्टी का खाता भी नहीं खुला। उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन वो वहाँ पर कुल 3.31 प्रतिशत वोट ही हासिल कर सकी।
गोवा में पहली बार आम आदमी पार्टी के दो प्रत्याशियों ने जीत तो दर्ज की है। लेकिन उनके सीएम उम्मीदवार अमित पालेकर अपनी सीट हार गए हैं। वहाँ उन्हें 6.77 प्रतिशत वोट मिले हैं। AAP ने सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे।